स्टार्टअप की दुनिया में आमतौर पर यह डर बना रहता है कि अगर आपने अपनी आइडिया किसी को बता दी, तो वो उसे चुरा लेगा। लेकिन OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन इससे उलट सोचते हैं। उनके अनुभव और सलाह के अनुसार, असली चुनौती यह नहीं है कि कोई आपकी आइडिया चुरा लेगा, बल्कि यह है कि किसी को आपकी आइडिया में दिलचस्पी ही नहीं होगी।
सैम ऑल्टमैन ने Y Combinator जैसे बड़े स्टार्टअप इनक्यूबेटर को चलाते हुए देखा है कि अधिकांश संस्थापक अपने आइडिया को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि मार्केट में आइडिया की कमी नहीं है, कमी है उस आइडिया को जमीन पर उतारने की। Kauffman Foundation की एक रिसर्च बताती है कि केवल 10% स्टार्टअप प्रतिस्पर्धा की वजह से फेल होते हैं, जबकि 42% इसलिए असफल होते हैं क्योंकि उनकी पेशकश की मार्केट में ज़रूरत ही नहीं होती।
इससे ये बात और पुख्ता होती है कि शुरुआती फीडबैक और बाजार की जांच किसी भी स्टार्टअप के लिए सफलता की पहली सीढ़ी है। सिर्फ अपने प्लान को छुपाकर रखना या चोरी होने के डर से लोगों को ना बताना, असल में प्रगति में रुकावट बन सकता है।
ऑल्टमैन खुद इस बात के उदाहरण हैं कि ओपननेस इनोवेशन को बढ़ावा देती है। उन्होंने Y Combinator में अपनी स्ट्रैटेजीज और ऑपरेशनल प्लान्स को खुलकर शेयर किया, और इसके बावजूद उनकी सफलता पर कोई असर नहीं पड़ा। इसके उलट, एक 2019 की स्टडी (Journal of Product Innovation Management) के अनुसार, जब कंपनियां अपने आइडिया खुले में साझा करती हैं तो इनोवेशन का चक्र तेज़ी से चलता है और दूसरे संस्थापक इसमें कुछ नया जोड़कर इसे और बेहतर बनाते हैं।
ऑल्टमैन का यह भी मानना है कि अधिकतर लोगों को आपके आइडिया से फर्क नहीं पड़ता। Harvard Business Review की 2021 की एक स्टडी के अनुसार, लोग उन कामों पर जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं जो ठोस और कार्यान्वयन योग्य हों, ना कि केवल एक विचार के रूप में हों। यही कारण है कि अगर कोई अपनी आइडिया को किसी बड़ी कंपनी के CEO के डेस्क पर रख भी दे, तो संभावना है कि वह फाइल कभी खोली ही नहीं जाएगी।
इसका एक व्यावहारिक उदाहरण यह भी है कि अगर कोई अपनी स्टार्टअप आइडिया लेकर बैठा रहे और केवल यह सोचे कि “कोई इसे चुरा न ले”, तो वह कभी भी मार्केट का रिएक्शन नहीं जान पाएगा। और बिना फीडबैक के कोई भी आइडिया कभी परिपक्व नहीं हो सकता। Altman का सुझाव है कि शुरुआत में फोकस इस पर होना चाहिए कि लोग आपके विचार को समझें, प्रतिक्रिया दें और आप उसे बेहतर बनाएं।
स्टार्टअप की असली ताकत इस बात में होती है कि आप कितनी जल्दी सीखते हो, बदलते हो और बाजार की ज़रूरत को पूरा करते हो। ऑल्टमैन के इस नजरिए से यह बात साबित होती है कि इनोवेशन की दुनिया में पारदर्शिता ही सबसे बड़ी रणनीति बन सकती है।