OpenAI ने हाल ही में एक नया ओपन-सोर्स मॉडल लॉन्च किया है, जिसका नाम है GPT-OSS 20B. यह मॉडल 20 बिलियन पैरामीटर्स के साथ आता है, जो कि इसे अब तक के सबसे ताकतवर जनरेटिव AI मॉडल्स में से एक बनाता है, खासतौर पर ओपन-सोर्स दुनिया में. इस मॉडल को Apache 2.0 लाइसेंस के तहत जारी किया गया है, यानी अब कोई भी इसे डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकता है – चाहे वह रिसर्च के लिए हो या बिज़नेस प्रोजेक्ट्स में.
GPT-OSS 20B को खास तौर पर text generation, summarization, question answering, translation जैसे कामों के लिए तैयार किया गया है. इस मॉडल की ट्रेनिंग quality datasets पर की गई है, जिसमें किताबें, इंटरनेट से ली गई जानकारी, कोडिंग से जुड़ी चीजें और साइंटिफिक डॉक्युमेंट्स शामिल हैं. इसका उद्देश्य है एक ऐसा मॉडल देना जो किसी भी तरह के टेक्स्ट टास्क में तेजी और सटीकता से काम कर सके.
यह मॉडल GPT-3.5 जैसे पुराने मॉडलों की तुलना में ज्यादा तेज और बेहतर माना जा रहा है, और इसकी परफॉर्मेंस भी कई benchmark tests में काफी दमदार रही है. खास बात ये है कि OpenAI ने इसे पूरी तरह ओपन-सोर्स रखा है, जिससे कोई भी डेवेलपर या रिसर्चर इसके कोड और डेटा तक पहुंच बना सकता है और अपने अनुसार इस्तेमाल कर सकता है.
GPT-OSS 20B को खासतौर पर इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह कम हार्डवेयर पर भी अच्छे से काम करे. यानी अब जिन लोगों के पास बड़े-बड़े GPU या सर्वर नहीं हैं, वे भी इस AI को चला सकते हैं. इसका मतलब ये हुआ कि छोटे स्टार्टअप्स, कॉलेज के छात्र, इंडिपेंडेंट रिसर्चर – सभी इसका फायदा उठा सकते हैं.
इस मॉडल का एक और बड़ा फायदा यह है कि इससे AI टेक्नोलॉजी को लोकतांत्रिक बनाया जा रहा है. यानी अब सिर्फ बड़ी कंपनियों तक ही AI की ताकत सीमित नहीं रहेगी. GPT-OSS 20B जैसे ओपन-सोर्स मॉडल से हर कोई नई चीजें बना सकता है, रिसर्च कर सकता है और AI का सही मायनों में लोकतांत्रीकरण हो सकता है.
जहां एक तरफ Google, Meta और Anthropic जैसे खिलाड़ी अपने language models को बंद करके रखते हैं, वहीं OpenAI ने GPT-OSS 20B के रूप में एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे पूरे AI community को एक नई दिशा मिल सकती है. इससे transparency बढ़ेगी और गलत सूचनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी.
इस नए मॉडल के आने से ना सिर्फ टेक्नोलॉजी में एक क्रांति की शुरुआत हो सकती है, बल्कि यह ChatGPT जैसे मौजूदा सिस्टम्स को सीधी टक्कर देने की क्षमता भी रखता है. GPT-OSS 20B आने वाले समय में एजुकेशन, हेल्थकेयर, कोडिंग और कंटेंट क्रिएशन जैसे क्षेत्रों में बड़े बदलाव ला सकता है.