यह पोस्ट Google DeepMind के Gemini AI model को एक बहुउपयोगी टूल के रूप में प्रस्तुत करती है, जो न सिर्फ चैटिंग बल्कि कोडिंग, कंटेंट क्रिएशन और रिसर्च ऑटोमेशन जैसे कार्यों को भी पूरी तरह से संभाल सकता है। हाल ही में Creatoreconomy.so (2025) ने रिपोर्ट किया कि Gemini ने सिर्फ टेक्स्ट प्रॉम्प्ट्स के आधार पर 100 स्रोतों के साथ 48 पन्नों की रिसर्च रिपोर्ट तैयार की, जो इसकी एडवांस क्षमताओं को उजागर करता है।
इसका “Hello, God” इंटरफ़ेस दिखाता है कि Gemini केवल एक चैटबॉट नहीं बल्कि एक AI workforce की तरह काम कर सकता है। DeepMind के 2025 के अध्ययन के अनुसार, इसमें प्री-रिस्पॉन्स थॉट प्रोसेस (सोचने की क्षमता) शामिल है, जिससे accuracy में 15% सुधार होता है। यह उसे ChatGPT और Claude जैसे मौजूदा AI मॉडल्स से अधिक स्मार्ट और विश्वसनीय बनाता है।
Gemini का असली प्रभाव डेवलपर्स और क्रिएटर्स पर दिख रहा है। Qodo.ai की 2025 की रिपोर्ट बताती है कि Gemini जैसे AI कोडिंग असिस्टेंट्स की वजह से डेवलपमेंट टाइम 30% तक कम हुआ, हालांकि इसकी प्रभावशीलता यूज़र की एक्सपर्टीज़ पर भी निर्भर करती है।
यह पोस्ट उस पारंपरिक धारणा को चुनौती देती है कि AI सिर्फ चैटिंग के लिए है। असल में Gemini जैसे मॉडल्स अब 24/7 वर्कफ़ोर्स की तरह उभर रहे हैं, जो कंपनियों को प्रोडक्टिविटी बढ़ाने, कॉस्ट घटाने और रिसर्च/डेवलपमेंट प्रोसेस तेज़ करने में मदद कर सकते हैं।
Gemini feels like having 10 employees who never sleep.
— Guri Singh (@heygurisingh) August 26, 2025
I’ve used it to code apps, write content, handle research and build products automatically.
Here are 10 ways you can use it (that nobody talks about): pic.twitter.com/0knskwoWh8