Google Veo AI: नई Video Generation Tool ने बदला कंटेंट क्रिएशन का भविष्य!

Google ने 27 अगस्त 2025 को अपना नया Veo AI लॉन्च कर दिया है, जिसे अब तक का सबसे एडवांस्ड वीडियो जेनरेशन टूल माना जा रहा है। यह टूल किसी भी static image को animated video में बदल सकता है, वह भी sound और auto-editing features के साथ। Veo AI को Google Workspace में इंटीग्रेट किया गया है, ताकि प्रोफेशनल और बिज़नेस यूज़र्स इसे सीधे अपने workflow में इस्तेमाल कर सकें।

Veo AI की सबसे खास बात यह है कि यह Google के पहले लॉन्च किए गए Nano Banana image editor का अपग्रेडेड वर्ज़न है। Nano Banana ने AI इमेज एडिटिंग मार्केट में पहले ही टॉप रैंक हासिल कर ली थी, और अब Veo AI उसी टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाते हुए वीडियो जेनरेशन को और आसान बना रहा है।

कंपनियों के लिए Veo AI बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। उदाहरण के लिए, Mercer Intl ने इसे ट्रेनिंग वीडियो बनाने के लिए अपनाना शुरू कर दिया है, जिससे उनकी प्रोडक्शन कॉस्ट काफी कम हो रही है। इस टूल में AI avatars, auto-editing और image-to-video conversion जैसी खूबियाँ दी गई हैं।

McKinsey की 2023 की स्टडी में यह अनुमान लगाया गया था कि 2030 तक 30% बिज़नेस टास्क AI के जरिए ऑटोमेट हो जाएंगे। Veo AI इसी दिशा में एक बड़ा कदम है, क्योंकि यह न सिर्फ क्रिएटिव कंटेंट बल्कि प्रोफेशनल वर्कफ़्लोज़ को भी बदलने वाला है।

Veo AI की लॉन्चिंग का टाइमिंग भी बेहद स्ट्रैटेजिक माना जा रहा है। यह अपडेट Nano Banana की iMarena पर टॉप रैंकिंग के कुछ ही दिनों बाद आया है, जिससे साफ है कि Google DeepMind अब AI-driven मीडिया मार्केट पर अपना दबदबा बनाना चाहता है।

दूसरी तरफ, Google के इस कदम से OpenAI पर भी दबाव बढ़ गया है। OpenAI का वीडियो जेनरेशन टूल Sora सुरक्षा कारणों से अभी तक डिले में है। ऐसे में Veo AI को जल्दी लॉन्च करके Google ने मार्केट में बढ़त लेने की कोशिश की है।

Veo AI न सिर्फ एंटरटेनमेंट और एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री में बदलाव ला सकता है, बल्कि यह कॉर्पोरेट ट्रेनिंग, डिजिटल एजुकेशन और कंटेंट क्रिएशन की दुनिया में भी क्रांति ला सकता है।