टेक्नोलॉजी की दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है और अब डिज़ाइनिंग इंडस्ट्री में भी एक बड़ा क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल सकता है। @EyeingAI द्वारा किए गए पोस्ट में जिस नए टूल Nano-Banana AI का ज़िक्र किया गया है, वह आने वाले समय में Figma, MidJourney और Photoshop जैसे मशहूर टूल्स को सीधी टक्कर देता नज़र आ रहा है। इस AI टूल की सबसे खास बात यह है कि यह यूज़र्स को सीधे कैनवास पर विज़ुअल जनरेट और एडिट करने की सुविधा देता है और फिर उसे एक ही क्लिक में वेबसाइट या ऐप पर पब्लिश करने का विकल्प भी प्रदान करता है। इसका मतलब है कि क्रिएटिव प्रोसेस अब पहले से कहीं ज्यादा आसान और तेज़ हो गया है।
WTF… Nano-Banana is disrupting everything.
— EyeingAI (@EyeingAI) August 30, 2025
You can now generate visuals directly on canvas, auto-place them in your site, keep styles consistent & publish in one click.
Goodbye Figma, Midjourney & Photoshop.
Tutorial + some crazy examples: 🧵 pic.twitter.com/90eytVaW4p
Nano-Banana AI केवल सिंपल इमेज क्रिएशन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कॉन्टेक्स्टुअल विज़ुअल्स भी बना सकता है। उदाहरण के लिए, पोस्ट में एक ऐसा सीन तैयार किया गया जिसमें Elon Musk Ultraman Tiga को गले लगा रहे हैं। यह बताता है कि AI अब सिर्फ बेसिक डिजाइन या आर्टवर्क ही नहीं बल्कि इंस्ट्रक्शन-आधारित एडवांस्ड विज़ुअल्स भी क्रिएट कर सकता है। पहले ऐसे काम के लिए अलग-अलग सॉफ़्टवेयर और काफी मैनुअल एडिटिंग की ज़रूरत पड़ती थी, लेकिन अब यह सब कुछ सिर्फ एक ही AI प्लेटफॉर्म पर संभव हो रहा है।
Nano-Banana का दूसरा बड़ा फायदा यह है कि यह Trickle AI के साथ इंटीग्रेट होकर सीधे लाइव वेबसाइट्स और एप्लिकेशन्स बनाने में मदद करता है। अब तक एक वेबसाइट या ऐप डिज़ाइन करने के लिए अलग-अलग सॉफ़्टवेयर जैसे Figma, Photoshop और डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करना पड़ता था, लेकिन Nano-Banana के आने से यह पूरा वर्कफ़्लो एक ही जगह पर पूरा हो सकता है। इसका मतलब है कि डेवलपर्स और डिज़ाइनर्स को अलग-अलग टूल्स के बीच स्विच करने की झंझट नहीं झेलनी पड़ेगी और उनका समय भी काफी हद तक बचेगा।
पोस्ट में एक रियल-लाइफ एप्लीकेशन का भी ज़िक्र किया गया—एक Outfit of the Day (OOTD) Visual Breakdown Tool। इस फीचर के जरिए कोई भी यूज़र अपने कपड़ों की तस्वीर अपलोड कर सकता है और फिर AI की मदद से उसी कपड़े की मल्टी-एंगल इमेज तैयार कर सकता है। इतना ही नहीं, इन इमेजेज़ को सीधे वेबसाइट में इंटीग्रेट करके फिल्टर ऑप्शन के साथ यूज़र्स को शोकेस भी किया जा सकता है। यह पूरा प्रोसेस केवल 15 मिनट में पूरा हो जाता है, जबकि पहले इसके लिए घंटों की मेहनत और कई अलग-अलग सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करना पड़ता था।
इससे यह साफ है कि Nano-Banana AI न केवल डिज़ाइनिंग बल्कि ई-कॉमर्स, फैशन और कंटेंट क्रिएशन इंडस्ट्री में भी बड़ा बदलाव ला सकता है। छोटे क्रिएटर्स से लेकर बड़े ब्रांड्स तक, सभी के लिए यह टूल समय बचाने और वर्कफ़्लो को आसान बनाने वाला साबित हो सकता है।
टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर Nano-Banana AI इस तरह तेजी से डेवलप होता रहा, तो यह सच में आने वाले समय में Photoshop, Figma और MidJourney जैसे टूल्स के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। जहां Photoshop एडवांस्ड एडिटिंग के लिए जाना जाता है, वहीं Figma वेबसाइट और ऐप डिज़ाइनिंग के लिए और MidJourney क्रिएटिव आर्टवर्क के लिए पॉपुलर है। लेकिन Nano-Banana इन तीनों का कॉम्बिनेशन बनकर सामने आया है, जहां यूज़र न केवल विज़ुअल जनरेट और एडिट कर सकते हैं बल्कि उन्हें लाइव प्रोजेक्ट्स में बिना किसी मैन्युअल एडजस्टमेंट के सीधे इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
AI टूल्स की दुनिया में हर दिन कुछ नया सामने आ रहा है, लेकिन Nano-Banana की खासियत इसकी ऑल-इन-वन सॉल्यूशन एप्रोच है। यह न केवल डिज़ाइनर्स और क्रिएटर्स के लिए बल्कि उन सभी लोगों के लिए भी मददगार साबित हो सकता है, जिन्हें अपनी वेबसाइट या कंटेंट के लिए जल्दी और कॉन्टेक्स्टुअली सही विज़ुअल्स चाहिए।
आखिरकार सवाल यही है कि क्या Nano-Banana वाकई Photoshop, Figma और MidJourney जैसे दिग्गज टूल्स का अंत साबित होगा या फिर यह सिर्फ एक ट्रेंडिंग AI टूल बनकर रह जाएगा। लेकिन इतना तय है कि आने वाले समय में यह डिज़ाइन और कंटेंट क्रिएशन इंडस्ट्री को पूरी तरह से बदलने वाला है।