भारत की नीति-निर्माता निकाय NITI Aayog ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट “AI for Viksit Bharat: The Opportunity for Accelerated Economic Growth” में कहा है कि यदि देश उद्योगों में तेजी से आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI) अपनाए, तो 2035 तक भारत की GDP में $500 से $600 बिलियन तक का इज़ाफा हो सकता है। यह वृद्धि मौजूदा विकास दर से ऊपर होगी, और देश को ‘Viksit Bharat’ के विज़न तक पहुंचने में मदद करेगी।
#WATCH | Delhi | On launch of 'Roadmap for AI for Viksit Bharat' and 'NITI Frontier Tech Repository, CEO, NITI Aayog, BVR Subrahmanyam says, "With AI, we will not only be the fastest growing economy but the fastest by a mile…The use of AI will create more jobs, new types of… pic.twitter.com/eSn3oj0McL
— ANI (@ANI) September 15, 2025
रिपोर्ट के अनुसार, AI अपनाने से कर्मचारियों की उत्पादकता (productivity) और कार्य कुशलता (efficiency) में सुधार होगा। विशेष रूप से वित्तीय सेवाएँ (financial services) और उत्पादन क्षेत्र (manufacturing) को इसका सबसे अधिक लाभ होगा – ये दोनों सेक्टर 2035 तक अपने-अपने GDP का 20-25% हिस्सा AI के कारण हासिल कर सकते हैं।
LIVE | “Country's power to accelerate economic growth is to be decided by technology today. Spotting the trends early is half the battle won” – Ms. Debjani Ghosh, Distinguished Fellow, NITI Aayog
— NITI Aayog (@NITIAayog) September 15, 2025
NITI Aayog launches two flagship initiatives under the Frontier Tech Hub to power… pic.twitter.com/oogvYTgI1g
उच्च वृद्धि का परिदृश्य देखा जाए तो India की GDP, जो वर्तमान में लगभग $6.6 ट्रिलियन होने की संभावना है 2035 तक, AI-अभिग्रहण और नवाचार (innovation) की बदौलत लगभग $8.3 ट्रिलियन तक पहुँच सकती है। यह वृद्धि मुख्यतः यह सुनिश्चित करने पर निर्भर करेगी कि AI टेक्नोलॉजी सिर्फ शहरों और बड़े उद्योगों तक सीमित ना रहे, बल्कि छोटे उद्योगों, ग्रामीण क्षेत्रों और कम संसाधन वाले व्यवसायों तक पहुँचे।
रिपोर्ट यह भी कहती है कि AI अपनाने के दौरान कुछ नौकरियाँ प्रभावित होंगी – विशेषकर उन कामों की जो routine, clerical या ज़्यादातर मानव-मशीन इंटरैक्शन पर आधारित हैं। लेकिन इसके साथ साथ कई नई नौकरियाँ पैदा होंगी – इंफ्रास्ट्रक्चर, AI सिस्टम डिज़ाइन, डेटा साइंस, AI एथिक्स व सरकार-नियमन जैसे क्षेत्रों में।
इस अवसर को पूरा करने के लिए कुछ आवश्यक कदम हैं:
- निवेश को बढ़ाना AI-R\&D, infra – जैसे हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) और डेटा सेंटर आदि में।
- कौशल विकास (skilling/reskilling) ताकि workforce AI-उन्मुख बन सके।
- नीति और नियमों में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करना – डेटा गोपनीयता, AI के नैतिक उपयोग आदि।
- शहरों के अलावा ग्रामीण और छोटे व्यवसायों तक AI समाधानों की पहुंच सुनिश्चित करना।
निष्कर्ष: NITI Aayog की यह रिपोर्ट संकेत देती है कि AI सिर्फ टेक ट्रेंड नहीं है, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में बदलाव लाने वाला अवसर है। यदि भारत ने सही तरीके से AI अपनाया, नीतियाँ बनाई और सार्वजनिक-निजी सहयोग किया, तो 2035 तक $500-600 बिलियन GDP इज़ाफा संभव है।
NITI Aayog’s Frontier Tech Hub has launched the report “AI for Viksit Bharat: The Opportunity for Accelerated Economic Growth.”
— NITI Aayog (@NITIAayog) September 15, 2025
The roadmap draws on global practices and diverse stakeholder insights to build a digital future rooted in shared ambition, inclusion, and collective… pic.twitter.com/xCbyCdx5x9
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