संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में इस बार एक ऐतिहासिक घोषणा हुई, जब Nigeria ने अपनी लोकल भाषा पर आधारित AI टूल को दुनिया के सामने पेश किया। यह कदम न सिर्फ अफ्रीका बल्कि पूरे वैश्विक AI इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
Nigeria का यह AI टूल देश की कई लोकल भाषाओं और बोलियों को सपोर्ट करता है। इससे लाखों लोग, जो अब तक अंग्रेजी या अन्य ग्लोबल भाषाओं के कारण तकनीक से दूर थे, अब डिजिटल दुनिया से सीधे जुड़ पाएंगे।
AI विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल अफ्रीका के लिए टेक्नोलॉजिकल स्वतंत्रता की दिशा में एक बड़ा कदम है। लोकल भाषा AI न केवल शिक्षा और हेल्थकेयर में मदद करेगा, बल्कि यह कृषि, फिनटेक और गवर्नेंस जैसे क्षेत्रों में भी क्रांति ला सकता है।
UNGA में इस ऐलान के बाद कई देशों ने Nigeria की इस पहल की सराहना की और इसे “लोकलाइजेशन के जरिए ग्लोबल AI डेमोक्रेटाइजेशन” का उदाहरण बताया।
टेक एनालिस्ट मानते हैं कि लोकल भाषा पर फोकस करना AI के अगले बड़े दौर की शुरुआत है। जहां अमेरिका और यूरोप के AI टूल्स मुख्य रूप से अंग्रेजी पर केंद्रित रहे, वहीं Nigeria का यह कदम सांस्कृतिक विविधता और भाषाई समावेशन को बढ़ावा देगा।
इस घोषणा ने यह साफ कर दिया है कि भविष्य का AI सिर्फ हाई-टेक लैब्स तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह स्थानीय भाषाओं और समाजों को सशक्त बनाने का हथियार बनेगा।
Thorough research & collaboration are crucial in shaping AI’s role in media. The key to maintaining originality in AI deployment is local language, culture and content.
— Friedrich-Ebert-Stiftung (FES) Nigeria (@fes_nigeria) November 28, 2024
Some key messages from #MediaDevCon24 by @CJIDAfrica supported by #FriedrichEbertStiftung and other partners. pic.twitter.com/s8XWr3eahZ
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