सोशल मीडिया पर अभी एक नया ट्रेंड खासा वायरल हो रहा है – Google Gemini की Nano Banana AI फोटो-टूल के जरिए लोग अपनी साधारण सेल्फी को एकदम 90s बॉलीवुड-स्टाइल की विंटेज साड़ी पोर्ट्रेट में बदलवा रहे हैं। ये एडिट्स दिखने में खूबसूरत हैं – ड्रेप साड़ी, आभामंडल रोशनी, रंग-बिरंगी परतें – लेकिन इसके साथ ही कई उपयोगकर्ताओं ने अजीब और अनपेक्षित बदलाव देखे हैं, जिसने प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर चिंताएँ खड़ी कर दी हैं।
एक Instagram उपयोगकर्ता, झलक भावनानी नाम की, ने बताया कि उन्होंने Nano Banana टूल से अपनी सेल्फी को साड़ी लुक में एडिट करवाया। एडिट अच्छी लग रही थी, लेकिन बाद में उन्होंने देखा कि उनकी बाँह पर एक “mole” है – जो असल फोटो में मौजूद नहीं थी। यह अनुभव उन्हें डरावना लगा। इस तरह का बदलाव यह दिखाता है कि AI मॉडल कभी-कभी बहुत व्यक्तिगत या संवेदनशील विवरण “सोच लेता है” या अनुमान लगाता है, जिससे व्यक्ति की निजता प्रभावित हो सकती है।
पुलिस और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी चेतावनी दी है। उदाहरण के लिए, Jalandhar Rural Police ने कहा है कि जब आप अपना फोटो किसी AI टूल को भेजते हैं, तो आपकी पहचान से जुड़े बायोमेट्रिक डेटा जैसे चेहरे की आकृति, त्वचा के निशान आदि सुरक्षित नहीं रहते। फर्जी ऐप्स भी इस ट्रेंड की आड़ में बनाए गए हैं, जो दिखने में Nano Banana जैसे लगते हैं लेकिन व्यक्तिगत डेटा चुराने का लक्ष्य रखते हैं। इसके अलावा, केरल पुलिस ने भी उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने की सलाह दी है कि वे AI-टूल्स में अपनी व्यक्तिगत या पहचान से जुड़े चित्र अपलोड करते समय सोच-समझ कर कदम उठाएँ।
जहाँ Google ने इस तरह के एडिट्स के लिए कुछ सुरक्षा उपाय बताए हैं – जैसे कि हर AI जनित इमेज में SynthID नामक invisible watermark और एम्बेडेड मेटाडेटा टैग्स जो यह पहचानने में मदद करते हैं कि चित्र AI द्वारा बनाए गए हैं – उन उपायों की पर्याप्तता को लेकर विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है। क्योंकि एक बार इमेज डाउनलोड हो जाए या क्रॉप कर दी जाए, watermark या metadata आसानी से हट या बदल सकते हैं।
अच्छी बात यह है कि इस ट्रेंड के साथ मनोरंजन और रचनात्मकता की भावना भी है – लोग कला-सौंदर्य (aesthetic) के लिए ऐसे AI एडिट्स पसंद कर रहे हैं, साड़ी की श पाएँ, सुनहरी रोशनी और पुराने फिल्मी रंगों के साथ। लेकिन इस मज़ा के साथ यह सवाल खड़ा हो रहा है कि कितनी जानकारी हम ऐसी ऐप्स को दे रहे हैं, और बाद में हमारी पहचान या तस्वीर का उपयोग कहाँ हो सकता है।
यदि आप इस तरह के ट्रेंड्स का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो कुछ बातें ध्यान में रखें:
- उन ऐप्स या टूल्स का उपयोग करें जो विश्वासपात्र हों और जिनकी प्राइवेसी पॉलिसी स्पष्ट हो।
- अपनी वास्तविक पहचान से जुड़े संवेदनशील फोटो न भेजें।
- Original Image की एक कॉपी रखें, ताकि अगर कोई बदलाव होता है तो आप प्रतिक्रिया दे सकें।
- AI जनित इमेज शेयर करने से पहले देखें कि उसमें कोई अनपेक्षित या निजी विवरण तो नहीं जुड़ गया है।
- अपनी तस्वीरों के EXIF metadata, लोकेशन टैग आदि हटाएँ, यदि संभव हो।
कुल मिलाकर, Nano Banana saree ट्रेंड ने दिखा दिया है कि AI एडिट्स मनोरंजक हो सकते हैं, लेकिन उनकी सच्चाई और प्राइवेसी जोखिमों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करते समय थोड़ी सावधानी और जानकारी से हम इस तरह की “creepy” गुंजाइश से बच सकते हैं।
Viral AI trend! The Gemini Nano Banana AI saree edit revealed hidden moles and tattoos, sparking privacy concerns online.
— NewsBreak24 (@NewsBreak24Live) September 16, 2025
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