भारत में डिजिटल कम्युनिकेशन की दुनिया तेजी से बदल रही है और WhatsApp जैसी विदेशी ऐप्स के विकल्प तलाशने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी बीच Zoho Corporation ने एक खास भारतीय मैसेजिंग ऐप पेश किया है जिसका नाम है Arattai। यह ऐप अपने आसान इंटरफेस, चैनल फीचर्स और स्टोरी अपडेट्स के कारण यूज़र्स के बीच लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा इसका सुरक्षा ढांचा और प्राइवेसी पॉलिसी लेकर है। इसलिए आज हम विस्तार से समझेंगे कि Arattai messaging app privacy settings India में यूज़र्स को क्या-क्या सुविधा और नियंत्रण दिए गए हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Arattai की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह Made in India ऐप है और इसके सर्वर भी भारत में ही मौजूद हैं। इसका मतलब है कि आपका डेटा भारतीय कानूनों के दायरे में सुरक्षित रहता है और विदेशी कंपनियों की तरह डेटा एक्सपोर्ट का खतरा कम हो जाता है। ऐप में वॉयस और वीडियो कॉल्स के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मौजूद है, यानी आपकी कॉल्स पूरी तरह सुरक्षित रहती हैं और इन्हें कोई तीसरा व्यक्ति एक्सेस नहीं कर सकता। हालांकि टेक्स्ट मैसेज के लिए अभी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है, लेकिन Zoho ने आधिकारिक तौर पर बताया है कि यह फीचर आने वाले समय में उपलब्ध कराया जाएगा। यही वजह है कि सुरक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि इस ऐप की प्राइवेसी सेटिंग्स अभी विकास के दौर में हैं।
यूज़र्स के पास कई तरह की प्राइवेसी सेटिंग्स का विकल्प है। उदाहरण के लिए, आप अपनी स्टोरीज़ के लिए तय कर सकते हैं कि उन्हें कौन देख पाएगा। इसमें My Contacts, Exception List और Only Share With जैसे विकल्प दिए गए हैं। इसी तरह चैनल सेटिंग्स में भी एडमिन यह नियंत्रित कर सकता है कि रिएक्शन की सुविधा चालू हो या नहीं और क्या एडमिन सिग्नेचर दिखना चाहिए या नहीं। इससे यूज़र अनुभव को व्यक्तिगत बनाने और अपनी प्राइवेसी पर कंट्रोल रखने में आसानी होती है।
Arattai में अकाउंट डिलीट करने की सुविधा भी दी गई है। अगर कोई यूज़र अपना अकाउंट डिलीट करता है, तो उसके साथ जुड़ा सारा डेटा, कॉन्टैक्ट्स और चैट हिस्ट्री हमेशा के लिए हटा दिया जाता है। इसके अलावा ऐप में पासकोड लॉक का भी विकल्प है, जिससे आप चाहें तो अलग से पिन सेट करके ऐप को और सुरक्षित बना सकते हैं।
हालांकि, कुछ सीमाएँ भी हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। चूँकि अभी चैट्स पूरी तरह एन्क्रिप्टेड नहीं हैं, इसलिए डेटा प्राइवेसी को लेकर थोड़ा इंतज़ार करना पड़ेगा। इसके अलावा ऐप यूज़र का फोन नंबर और प्रोफाइल डिटेल्स मांगता है, जो प्राइवेसी-संवेदनशील लोगों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। साथ ही Zoho अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में साफ बताता है कि ऐप थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ जरूरी डेटा शेयर कर सकता है, हालांकि यह केवल सीमित उपयोग और नीति के मुताबिक किया जाता है।
भारतीय परिप्रेक्ष्य में देखें तो Arattai messaging app privacy settings India के हिसाब से ठीक-ठाक हैं और लगातार सुधार की दिशा में बढ़ रहे हैं। WhatsApp की प्राइवेसी पॉलिसी विवाद के बाद कई यूज़र्स ने स्वदेशी विकल्प की मांग की थी, और Arattai ने उस गैप को भरने का प्रयास किया है। लेकिन Signal और Telegram जैसे वैश्विक ऐप्स की तुलना में अभी Arattai को और मजबूती की जरूरत है, खासकर चैट एन्क्रिप्शन और डेटा सुरक्षा नीतियों में।
कुल मिलाकर, Arattai भारतीय यूज़र्स के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बन सकता है, बशर्ते आने वाले अपडेट्स में टेक्स्ट मैसेज के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन उपलब्ध कराया जाए और पारदर्शिता और अधिक बढ़ाई जाए। अगर आप एक ऐसा मैसेजिंग ऐप चाहते हैं जिसमें Made in India टैग हो, बेसिक प्राइवेसी सेटिंग्स मौजूद हों और सर्वर भारत में ही हों, तो Arattai को आज़माना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।