ElevenLabs ने लॉन्च किया नया “Video-to-Music” फीचर, अब वीडियो खुद बनाएंगे परफेक्ट म्यूजिक

AI टेक्नोलॉजी तेजी से क्रिएटिव इंडस्ट्री को बदल रही है और अब ElevenLabs ने इस बदलाव को एक नया मोड़ दिया है। कंपनी ने अपने ElevenLabs Studio में “Video-to-Music” फीचर लॉन्च किया है, जो किसी भी वीडियो का कॉन्टेक्स्ट समझकर उसके लिए खुद-ब-खुद कस्टम म्यूजिक जेनरेट कर सकता है।

यह फीचर Eleven Music AI मॉडल पर आधारित है, जो वीडियो सीन, मूवमेंट और मूड का एनालिसिस करके यूनिक साउंडट्रैक्स बनाता है। इससे वीडियो प्रोडक्शन प्रोसेस काफी आसान हो जाएगा क्योंकि अब बैकग्राउंड म्यूजिक खोजने, लाइसेंसिंग करने या बार-बार एडिट करने की जरूरत नहीं रहेगी।

कैसे काम करता है ElevenLabs का नया फीचर?

इस नए फीचर में जब कोई वीडियो अपलोड किया जाता है तो AI उस वीडियो के विजुअल, थीम और इमोशन को पहचानता है। इसके बाद यह अपने AI म्यूजिक मॉडल “Eleven Music” का इस्तेमाल करके उसी कॉन्टेक्स्ट के मुताबिक म्यूजिक जेनरेट करता है।

  • Advertisements – ब्रांड अपने प्रोडक्ट वीडियो के लिए तुरंत म्यूजिक पा सकते हैं।
  • YouTube Vlogs – व्लॉगर्स को कॉपीराइट-फ्री, मूड के हिसाब से म्यूजिक मिलेगा।
  • Film Production – साउंड डिजाइनिंग का काम और आसान हो जाएगा।
  • Social Media Reels/Shorts – जल्दी और पर्सनलाइज्ड म्यूजिक तैयार होगा।

कंटेंट क्रिएटर्स और म्यूजिक इंडस्ट्री पर असर

ElevenLabs का यह कदम क्रिएटिव इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव ला सकता है। अभी तक वीडियो क्रिएटर्स को बैकग्राउंड म्यूजिक के लिए म्यूजिक लाइब्रेरीज़ या महंगे लाइसेंस पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन अब AI की मदद से वे आसानी से अपने कंटेंट के लिए कस्टमाइज्ड म्यूजिक बना पाएंगे।

इससे न सिर्फ समय और पैसा बचेगा, बल्कि ट्रेडिशनल म्यूजिक कंपोजिंग और लाइसेंसिंग इंडस्ट्री पर भी असर पड़ेगा।

AI म्यूजिक जेनरेशन की बढ़ती रेस

ElevenLabs अकेला प्लेयर नहीं है। हाल ही में Canva ने भी AI म्यूजिक जेनरेशन फीचर लॉन्च किया है। वहीं, अन्य AI कंपनियाँ भी इस फील्ड में इनोवेशन कर रही हैं।

AI म्यूजिक मॉडल्स का यह ट्रेंड दिखाता है कि आने वाले समय में ऑटोमेटेड और कॉन्टेक्स्ट-अवेयर ऑडियो सॉल्यूशंस कंटेंट प्रोडक्शन का अहम हिस्सा बन जाएंगे।

नतीजा

ElevenLabs का “Video-to-Music” फीचर वीडियो क्रिएशन इंडस्ट्री में गेम-चेंजर साबित हो सकता है। यह न सिर्फ म्यूजिक सिलेक्शन और एडिटिंग को आसान बनाएगा, बल्कि कंटेंट क्रिएटर्स को ज्यादा क्रिएटिव फ्रीडम भी देगा।

AI म्यूजिक जेनरेशन का यह नया दौर पारंपरिक म्यूजिक लाइसेंसिंग और कंपोजिशन इंडस्ट्री के लिए चुनौती साबित हो सकता है।