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टेक्नोलॉजी की दुनिया में AI वीडियो जनरेशन एक नई क्रांति लेकर आ रहा है, और अब Google ने अपने नए टूल Veo 3 के जरिए सभी को चौंका दिया है।
Min Choi द्वारा X (Twitter) पर साझा किया गया एक वीडियो दिखाता है कि अगर Jurassic Park जैसी फिल्म को AI के ज़रिए दोबारा बनाया जाए, तो वह कैसी दिख सकती है — और सच मानिए, ये वीडियो बिलकुल असली सा लगता है।
Veo 3 is pretty wild.
— Min Choi (@minchoi) May 25, 2025
People just dropped some new insane videos
100% AI
1. What if Jurassic Park was real?pic.twitter.com/Xx5vYcU3Ho
Jurassic Park जैसा AI वीडियो: पूरी तरह से कंप्यूटर से बना
Veo 3 के जरिए बनाए गए इस वीडियो में डायनासोर चलते, दौड़ते और इंसानों से इंटरैक्ट करते नजर आते हैं, और यह सब कुछ 100% AI जनरेटेड है।
इसका मतलब अब कोई भी व्यक्ति बिना कैमरा, बिना स्टूडियो और बिना एक्टर्स के, केवल टेक्स्ट और इमेज से हाई-क्वालिटी सिनेमैटिक वीडियो बना सकता है।
Read Also | Google Veo 3 का कमाल: अब AI बना रहा है असली जैसा वीडियो, देखिए कैसे
कौन-कौन सी AI टूल्स मिलकर बना रहे हैं ये जादू?
Min Choi के X थ्रेड में और भी कई AI टूल्स का ज़िक्र है जो इस नई क्रांति में भूमिका निभा रहे हैं:
- Magnific: वीडियो अपस्केलिंग टूल जो लो-क्वालिटी को 4K में बदलता है
- Suno: AI म्यूजिक जनरेटर जो वीडियो के लिए बैकग्राउंड म्यूजिक बनाता है
- Gemini AI: Google का मल्टीमॉडल AI जो टेक्स्ट, इमेज और वीडियो सब समझता है
- Zebracat: सोशल मीडिया स्टाइल AI वीडियो जनरेटर
मोबाइल पर भी उपलब्ध, और है पहचानने योग्य Google ने Veo 3 को मोबाइल ऐप के जरिए भी उपलब्ध कराया है, जिससे कोई भी स्मार्टफोन यूज़र इसे इस्तेमाल कर सकता है।
साथ ही, Google इसमें SynthID डिजिटल वॉटरमार्क लगाता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वीडियो AI से बना है या नहीं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है AI ट्रांसपेरेंसी और सुरक्षा के लिए।
क्या Hollywood को मिलेगी चुनौती?
Veo 3 जैसे टूल्स अब इस हद तक एडवांस हो गए हैं कि वे पारंपरिक फिल्म निर्माण प्रक्रिया को चुनौती दे सकते हैं।
अब किसी क्रिएटर को:
- स्टूडियो किराए पर लेने की ज़रूरत नहीं
- VFX टीम पर पैसे खर्च करने की ज़रूरत नहीं
- महीनों का पोस्ट-प्रोडक्शन झेलने की ज़रूरत नहीं
बस टेक्स्ट डालिए, और AI कुछ ही मिनटों में प्रोफेशनल वीडियो बना देगा। इससे छोटे क्रिएटर्स, यूट्यूबर्स और मार्केटिंग एजेंसियों के लिए बड़ी संभावनाएं खुल गई हैं।
लेकिन क्या हैं इसके खतरे?
जहाँ एक ओर ये टेक्नोलॉजी क्रांतिकारी है, वहीं दूसरी ओर इससे जुड़ी कुछ एथिकल चुनौतियाँ भी हैं:
- Deepfake Videos का खतरा
- गलत जानकारी फैलाना
- कॉपीराइट और कंटेंट ओनरशिप की जटिलताएं
इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए Google ने SynthID वॉटरमार्क लागू किया है ताकि ऐसे वीडियो की पहचान की जा सके।
निष्कर्ष: भविष्य यहीं है
Veo 3 के ज़रिए Google ने दिखा दिया है कि AI सिर्फ टेक्स्ट और इमेज तक सीमित नहीं है, अब यह फिल्मों जैसी कहानियाँ भी बना सकता है।
Jurassic Park जैसा वीडियो केवल एक शुरुआत है — आने वाले समय में हम पूरी फिल्में, डॉक्यूमेंट्रीज़, एड्स और म्यूजिक वीडियो भी AI से बनते देखेंगे।
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