Google ने अपनी नई क्वांटम चिप “Willow” पेश की है, जो क्वांटम एरर-कर्रेक्शन में बड़ी छलांग लगाती है। यह चिप 105 qubits पर आधारित है – पिछले मॉडल Sycamore के 53 qubits की तुलना में दुगना। सबसे ख़ास बात यह है कि इसने एक ऐसा जटिल समस्या पाँच मिनट में हल कर दिया, जिसके लिए सबसे तेज़ सुपरकंप्यूटर को 10 सेप्टिलियन साल (10²⁵ साल!) तक का समय लग सकता है।
Willow की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि जैसे-जैसे इसकी qubits की संख्या बढ़ती है, उसमें होने वाली गलतियाँ exponentially घटती हैं-यह क्वांटम एरर-कर्रेक्शन में दशकों पुराने चुनौतीपूर्ण समस्या का समाधान है। Google Quantum AI के प्रमुख Hartmut Neven ने कहा है कि यह सच में बड़े स्तर पर काम आने वाले क्वांटम कंप्यूटर्स की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हालांकि यह चिप रियल-वर्ल्ड में अभी तत्काल लाभ नहीं देगी, लेकिन Google आशावादी है कि पाँच साल के भीतर क्वांटम कंप्यूटिंग के व्यावसायिक उपयोग सामने आएंगे-जैसे ड्रग डिस्कवरी, बैटरी डिज़ाइन, ऊर्जा क्षेत्र और हो सकता है AI के नए आयाम। हालांकि विशेषज्ञ कुछ 15–20 साल का समय दे रहे हैं, Google की रिपोर्ट में उनकी अपेक्षा काफी सकारात्मक है।
एक और महत्वपूर्ण बात – Willow अभी तक आधुनिक एन्क्रिप्शन (जैसे RSA) को तोड़ने में सक्षम नहीं है, क्योंकि इसके पास अभी करोड़ों qubits नहीं हैं। इस वजह से एन्क्रिप्शन की सुरक्षा अभी भरोसेमंद है, और Post-Quantum Cryptography पर भी काम जारी है।
Google की “Willow” चौतरफा Quantum Processor एक ऐतिहासिक उपलब्धि है – क्योंकि यह Error-Correction के साथ स्केलेबल क्वांटम मॉडल की राह खोलता है।
Google tested Willow to see how powerful it was.
— Kevin Joey Chen (@kevxalchemy) December 10, 2024
The task: a problem called the Random Circuit Sampling (RCS) benchmark.
It would take the world's fastest supercomputers 10 SEPTILLION years to solve. pic.twitter.com/7Vs0ozLQYK
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