भारत में बैंकिंग सेक्टर लगातार डिजिटल बदलाव की दिशा में आगे बढ़ रहा है और अब इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में कई भारतीय बैंकों ने अपने AI चैटबोट लॉन्च किए हैं, जो ग्राहकों को 24×7 सेवाएं देंगे। सबसे खास बात यह है कि इसके लिए ग्राहकों को कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना होगा। यानी अब ₹0 खर्च पर बैंकिंग सेवा पहले से कहीं अधिक आसान और तेज़ हो जाएगी।
HDFC बैंक ने सबसे पहले EVA नाम का चैटबोट लॉन्च किया था, जो कुछ सेकंड में ही ग्राहकों के सवालों का जवाब दे सकता है। EVA ने लाखों सवालों का समाधान करके यह साबित किया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बैंकिंग अनुभव को कितना बेहतर बना सकता है।
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— Birlasoft (@birlasoft) September 23, 2025
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इसी राह पर अब बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी “Aditi” नाम का GenAI आधारित वर्चुअल रिलेशनशिप मैनेजर लॉन्च किया है। Aditi ग्राहकों के साथ चैट, वीडियो और ऑडियो मोड में संवाद कर सकती है और उन्हें तुरंत जानकारी प्रदान करती है। इसके साथ ही बैंक ने कर्मचारियों के लिए “Gyan Sahay.AI” और ग्राहकों के लिए “ADI” नामक चैटबोट भी लॉन्च किया है। इन सभी AI सॉल्यूशंस का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को स्मार्ट और डिजिटल बनाना है।
Federal Bank ने भी इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। बैंक ने “Feddy” नामक AI वर्चुअल असिस्टेंट लॉन्च किया है, जो भारत सरकार की Bhashini पहल से जुड़ा है। Feddy हिंदी समेत 14 भारतीय भाषाओं में ग्राहकों से संवाद करने में सक्षम है। यह पहल उन ग्राहकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो अपनी मातृभाषा में बैंकिंग सेवाएं लेना चाहते हैं।
इन चैटबोट्स के आने से ग्राहकों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। जैसे बैलेंस चेक करना, ट्रांजैक्शन की स्थिति जानना, फीस और चार्जेस की जानकारी लेना या अन्य सामान्य सवाल पूछना — यह सब कुछ तुरंत संभव होगा। अब ग्राहकों को बैंक शाखा में लंबी कतारों में खड़े होने की ज़रूरत नहीं होगी, बल्कि उनका काम घर बैठे ही हो जाएगा।
हालांकि, इस बदलाव के साथ चुनौतियां भी जुड़ी हैं। बैंकिंग डेटा बेहद संवेदनशील होता है, इसलिए सुरक्षा और गोपनीयता सबसे बड़ी प्राथमिकता रहेगी। साथ ही यह भी ज़रूरी होगा कि चैटबोट हमेशा सही और भरोसेमंद जानकारी दे, क्योंकि गलत उत्तर से ग्राहक का विश्वास टूट सकता है। भारत जैसे विविध भाषाओं वाले देश में AI चैटबोट्स को स्थानीय बोलियों और उच्चारणों की भी समझ होनी चाहिए, ताकि सभी ग्राहकों तक यह सुविधा समान रूप से पहुंचे।
शुरुआती अनुभव यह दिखा रहे हैं कि इन AI चैटबोट्स ने ग्राहक सेवा की गति और सटीकता को काफी हद तक बेहतर किया है। आने वाले समय में इनका दायरा और बढ़ने की संभावना है। भविष्य में ग्राहक न केवल पूछताछ कर पाएंगे, बल्कि ट्रांजैक्शन, लोन एप्लिकेशन और निवेश से जुड़ी सेवाएं भी सीधे चैटबोट्स के माध्यम से पूरी कर सकेंगे।
कुल मिलाकर, India में AI Banking Chatbot लॉन्च होना बैंकिंग सेक्टर के लिए एक बड़ा बदलाव है। यह तकनीक न केवल शहरी इलाकों में बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी ग्राहकों को बेहतर और सुविधाजनक बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराएगी। जब ग्राहक को बिना ₹0 खर्च के चौबीसों घंटे बैंकिंग सहायता मिलेगी, तो यह डिजिटल बैंकिंग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला कदम साबित होगा।
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