भारत बना ChatGPT का नम्बर-1 यूज़र बेस: 13.5% वैश्विक उपयोगकर्ताओं के साथ

अप्रैल 2025 की Mary Meeker की AI Trends रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब ChatGPT का सबसे बड़ा मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता (monthly active users) देश बन गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में ChatGPT उपयोगकर्ताओं में से भारत का हिस्सा लगभग 13.5% है, जो कि यू.एस. के 8.9% से कहीं ज़्यादा है। इस तरह भारत ने अमेरिका, इंडोनेशिया आदि को पीछे छोड़ते हुए इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है।

यह रिपोर्ट इंगित करती है कि ChatGPT केवल तकनीकी शौक़ नहीं रहा — बल्कि भारत में तेजी से रोज़मर्रा की ज़रूरत बनता जा रहा है। शिक्षा, काम-धंधा, जानकारी खोजने, निजी और व्यावसायिक संवाद आदि में लोग इसे इस्तेमाल कर रहे हैं।

एक अन्य सर्वेक्षण (Global Public Opinion on Artificial Intelligence – GPO-AI) में पाया गया है कि भारत में लगभग 36% लोग प्रतिदिन (daily) ChatGPT इस्तेमाल करते हैं, जो कि वैश्विक औसत 17% से लगभग दोगुना है। यह डेटा यह दिखाता है कि ChatGPT सिर्फ “कभी-कभी इस्तेमाल होने वाला टूल” नहीं है, बल्कि अनेक भारतीयों के लिए एक नियमित भाग बन गया है।

भारत में AI प्लेटफ़ॉर्मों में ChatGPT की लोकप्रियता के पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं:

इंटरनेट कनेक्टिविटी और स्मार्टफ़ोन की सस्ती दरों में सुधार।
हिंदी और कई भारतीय भाषाओं का सपोर्ट बढ़ना, जिससे भाषा की बाधाएँ कम हुई हैं।
शिक्षा और काम के लिए टेक्स्ट-जेनरेटिव मॉडल्स की बढ़ती ज़रूरत — स्कूल-कॉलेज असाइनमेंट, लेखन सुधार, व्यावसायिक संवाद आदि।
ChatGPT के सस्ते सब्सक्रिप्शन प्लान्स और मुफ्त वर्शन की उपलब्धता।

लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:

डेटा गोपनीयता और गोवा स्थिति (data residency) जैसी चिंताएँ बढ़ी हैं क्योंकि अधिक डेटा भारत से बाहर जाता है।
इंटरनेट स्पीड और मोबाइल डेटा खर्च सभी इलाकों में समान रूप से पहुंच नहीं है, खासकर ग्रामीण भारत में।
डिजिटल साक्षरता (digital literacy) का ज़रूरी होना — हर उपयोगकर्ता ChatGPT के ऑफर किए गए टूल्स और फीचर्स को पूरी तरह समझ नहीं पाता।

निष्कर्ष: भारत के लिए यह एक बड़ा मील का पत्थर है — ChatGPT का सबसे बड़ा देश बनना यह दर्शाता है कि AI टेक्नोलॉजी अब सिर्फ भविष्य नहीं, बल्कि वर्तमान है। सरकार, कंपनियों, और शिक्षा संस्थानों को इस अवसर का लाभ उठाने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना होगा कि उपयोग सुरक्षित, समावेशी और लाभदायक हो।