आज Google की AI दुनिया में एक नया सितारा चमक रहा है – Nano Banana, जिसे असल में Gemini 2.5 Flash Image कहा जाता है। यह एक उन्नत AI image editing और generation मॉडल है, जिसे Google DeepMind ने Gemini ऐप और API के तहत पेश किया है।
भारत में भी यह टूल धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहा है, खासकर सोशल मीडिया यूज़र्स के बीच, जो अपनी सेल्फी या फैमिली फोटो को स्टाइलिश अवतार देना चाहते हैं। Nano Banana की एक खासियत यह है कि वह फोटो को एडिट करते समय मूल व्यक्ति की पहचान बनाए रखता है – चेहरे की विशेषताएँ, भाव बदलते नहीं – और आप अपनी फोटो में कपड़े, पृष्ठभूमि, ग्लॉस इफेक्ट आदि बदल सकते हैं।
Nano Banana की क्षमताएँ बहुत विस्तृत हैं। आप एक ही फोटो में बदलाव कर सकते हैं – जैसे कपड़े बदलना, बैकग्राउंड बदलना, दो या अधिक फोटो मर्ज करना – और मॉडल यह सुनिश्चित करेगा कि व्यक्ति की पहचान बरकरार रहे। कुछ उदाहरणों में लोग अपनी पुरानी फोटो को रंगीन पृष्ठभूमि में ले जाते हैं, अपनी पालतू जानवरों को कार्टून स्टाइल देते हैं या उन्हें मिनिएचर 3D figurine की तरह दिखाते हैं।
अगर आप भारत में Nano Banana को आजमाना चाहते हैं, तो सबसे पहले Gemini ऐप (या वेब वर्शन) में जाएँ। अपनी फोटो अपलोड करें और Prompt लिखें जैसे – “Convert to festive Garba look with mirror lehenga and lights” या “Make me a 3D figurine with studio lighting.” इसके बाद Nano Banana within Gemini तस्वीर को इडिट करेगा।
जहाँ तक लागत (Price) की बात है – Google ने Gemini 2.5 Flash Image को API और एंटरप्राइज मॉडलों में मूल्य निर्धारण के साथ जारी किया है। API के ज़रिए, यह मॉडल $30 प्रति 1 मिलियन output tokens के हिसाब से चार्ज किया जाता है, और प्रति इमेज लगभग $0.039 का खर्च हो सकता है। इसलिए, यदि आप बड़े पैमाने पर या व्यवसायिक उपयोग करना चाहते हैं, तो यह लागत लागू होगी। वहीं सामान्य उपयोग में (Gemini ऐप में), Google ने यह सुविधा एडिटिंग मॉडल के रूप में पेश की है – यानी कुछ हद तक फ्री या शामिल हो सकती है।
Nano Banana के साथ एक और अहम मुद्दा watermarking और accountability है। हर AI जनरेटेड या एडिटेड इमेज पर एक SynthID नामक छुपा डिजिटल वॉटरमार्क रहता है, जिससे यह पहचाना जा सके कि यह AI ने बनायी है। इसके अलावा, सार्वजनिक रूप से एक visible watermark भी दिखाया जा सकता है। ये सुरक्षा उपाय इसलिए हैं ताकि misuse या deepfake जैसी समस्याएँ कम हों।
लेकिन सावधानी भी ज़रूरी है। कुछ रिपोर्ट्स में उपयोगकर्ताओं ने देखा कि कभी-कभी Nano Banana कहीं बदलाव लागू नहीं करता या वही मूल इमेज लौटाता है। साथ ही, भारत में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेताया है कि पारंपरिक पोशाकों में बदलाव और फोटो ट्रेंड्स का गलत उपयोग deepfake, फर्जी प्रोमोशन्स या धोखाधड़ी में हो सकता है। इसलिए केवल विश्वसनीय स्रोतों (जैसे Google Gemini ऐप) से ही उपयोग करें।
भारत में Nano Banana के ट्रेंड्स की शुरुआत “Garba look AI edit” से हुई, लेकिन अब लोग इसे कई और प्रयोगों में बिखेर रहे हैं – जैसे कोरियन स्टार लुक, 3D एनिमेशन, सिनेमा कैरेक्टर इफेक्ट्स। इसके अलावा, Nano Banana अब WhatsApp इंटीग्रेशन में भी दिख रहा है – जिससे यूज़र चैट के अंदर ही एआई फोटो जनरेट कर सकते हैं।
संक्षिप्त में कहें तो – Nano Banana AI Image Editor भारत में एक नया और शक्तिशाली टूल है जो आसान, रचनात्मक और उन्नत इमेज एडिटिंग देता है। यदि आप इसका प्रयोग करते हैं, तो सही प्रॉम्प्ट लिखें, सीमाओं को समझें और अपनी तस्वीरों की गोपनीयता का ध्यान रखें।