NGNDAI-2025 की सबसे बड़ी Highlights: AI + Next-Gen Networks ने बदला खेल!

Motilal Nehru National Institute of Technology (MNNIT), Allahabad ने NGNDAI-2025 नामक तीन-दिन के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत की है, जिसका पूरा फोकस है Next-Generation Networks और Deployable Artificial Intelligence पर। उद्घाटन सत्र में IIT Mandi के Aditya Nigam ने foundational deep learning मॉडल्स को बड़े पैमाने पर सक्षम रूप से अनुकूल बनाने (‘efficient adaptation at scale’) की चुनौतियों पर बात की, वहीं Prof. Girija Chetty ने keynote speech में multimodal generative AI के अवसरों व समस्याओं (opportunities & challenges) को समझाया। पहला दिन लगभग छह तकनीकी सत्रों के माध्यम से बिता जिसमें 30 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, विषयों में AI + नेटवर्क संचार, बुद्धिमान नेटवर्किंग, IoT, Fog & Edge Computing और अगली पीढ़ी की वायरलेस प्रणालियाँ शामिल थीं।

सम्मेलन ने यह भी दिखाया कि कैसे AI मॉडल्स को नेटवर्क की वास्तविक दुनिया की मांगों के अनुरूप डिज़ाइन किया जा सकता है – उदाहरण के लिए कम-लेटेंसी वाले नेटवर्क, ऊर्जा कुशल edge उपकरण, और वास्तविक समय डेटा प्रोसेसिंग। शोधकर्ताओं ने बताया कि 5G/6G नेटवर्कों में latency और bandwidth समस्याएँ कैसे AI-सहायता से हल हो सकती हैं, और कैसे संचार प्रणालियों में software-defined नेटवर्किंग (SDN) और edge/fog कंप्यूटिंग से संसाधन प्रबंधन बेहतर होगा।

एक अन्य महत्वपूर्ण विषय था सुरक्षा और गोपनीयता (security & privacy) – नेटवर्क की डिज़ाइन में डाटा प्राइवेसी protocols, federated learning, और distributed AI मॉडल्स के उपयोग की बढ़ती ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया। साथ ही standardization और explainability को लेकर भी चर्चा हुई क्योंकि AI-नेटवर्क एजेंटों को deploy करना है तो उनके निर्णय प्रक्रिया, आस पास के पर्यावरण (contextal awareness) और आउटपुट विश्वसनीय होने चाहिए।

भारत के शोध और उद्योग के लिए NGNDAI-2025 का मतलब यह है कि देश अब AI-नेटवर्क टेक्नोलॉजीज में सिर्फ उपभोक्ता परिवर्तनों तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि अगले-स्तर की infrastructural बदलावों का भाग बनेगा – नेटवर्क प्रदाताओं, टेलीकॉम कंपनियों और edge/hybrid नेटवर्क सेवा प्रदाताओं के लिए अवसर खुलेंगे।

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