एनवीडिया ने अपना नया Jetson Thor लॉन्च कर दिया है, जिसकी कीमत 3,499 डॉलर रखी गई है। यह डिवाइस 2,070 FP4 टेराफ्लॉप्स की क्षमता के साथ आता है और अपने पिछले वर्ज़न के मुकाबले 7.5 गुना बेहतर AI परफॉर्मेंस देता है। इस पावरफुल चिप की मदद से अब ऐसे रोबोट्स बनाए जा सकेंगे जो रीयल-टाइम में हेल्थकेयर, लॉजिस्टिक्स और अन्य इंडस्ट्रीज में तुरंत काम कर सकें। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक Amazon और Meta जैसी कंपनियों ने इसे अपनाना शुरू कर दिया है।

यह लॉन्च ऐसे समय में हुआ है जब दुनियाभर में रोबोटिक्स में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। F-Prime Capital की एक रिपोर्ट बताती है कि साल 2024 में रोबोटिक्स फंडिंग 116% बढ़कर 18.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। यह साफ संकेत है कि अब AI सिर्फ क्लाउड तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि असली दुनिया के फिजिकल AI यानी रोबोटिक्स में भी क्रांति ला रहा है। खास बात यह है कि Jetson Thor जैसे चिप्स स्टार्टअप्स के लिए भी एंट्री को आसान बना रहे हैं, जिससे छोटे-छोटे खिलाड़ी भी इस मार्केट में कदम रख पाएंगे।

लेकिन इस कहानी का एक बड़ा पहलू है – अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तकनीकी तनाव। हाल ही में अमेरिका ने NVIDIA के कुछ हाई-परफॉर्मेंस चिप्स पर एक्सपोर्ट कर्ब्स (प्रतिबंध) लगा दिए थे। इसके चलते NVIDIA को चीन के लिए खास तौर पर नए चिप्स जैसे B30A बनाने पड़े हैं। Jetson Thor का लॉन्च इस बात को भी दिखाता है कि कंपनी ग्लोबल मार्केट में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए लगातार रणनीति बदल रही है।

Jetson Thor का महत्व सिर्फ तकनीकी दृष्टि से ही नहीं, बल्कि आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से भी बहुत बड़ा है। हेल्थकेयर सेक्टर में जहां रोबोट्स डॉक्टरों की मदद कर पाएंगे, वहीं लॉजिस्टिक्स सेक्टर में यह कंपनियों को तेजी और कुशलता से डिलीवरी करने में मदद करेगा। दूसरी ओर, स्टार्टअप्स के लिए यह एक अवसर है कि वे कम लागत में एडवांस्ड AI-सक्षम रोबोट्स बना सकें।

भविष्य की ओर देखें तो यह साफ है कि आने वाले सालों में फिजिकल AI हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन जाएगा। चाहे वह अस्पतालों में ऑपरेशन करने वाले रोबोट हों या गोदामों में सामान शिफ्ट करने वाले ऑटोमेटेड मशीन, NVIDIA का Jetson Thor इस क्रांति की नींव रख रहा है।