मार्वल कॉमिक्स के महान निर्माता Stan Lee अब हमारे बीच नहीं हैं (उनका निधन 2018 में हुआ था), लेकिन उनकी छवि और आवाज़ एक नए तरीके से फिर ज़िंदा हो रही है – AI और होलोग्राम तकनीक के ज़रिए। 2025 के L.A. Comic Con में Stan Lee का AI-hologram “Stan Lee Experience” की भागीदारी करेगा, जहाँ फैंस उनके साथ बात कर सकेंगे, सेल्फी ले सकेंगे और उनकी याद को एक नए रूप में अनुभव कर सकेंगे।
Stan Lee returns to LA Comic Con as an AI hologram, created to ensure future generations remember his legacy as a comic book superhero creator https://t.co/uP7EN8CzOW pic.twitter.com/fabxNJH20W
— Reuters (@Reuters) September 26, 2025
यह प्रॉजेक्ट Proto Hologram और Hyperreal नाम की कंपनियों के सहयोग से तैयार हुआ है। hologram बनाने के लिए पुराने वीडियो फुटेज, कॉमिक कन्वेंशन्स में उनके सार्वजनिक भाषण और विभिन्न सार्वजनिक उपस्थिति का इस्तेमाल किया गया है, ताकि स्वर और व्यक्तित्व (voice & persona) möglichst वास्तविक बने।
होलोग्राम का अनुभव एक विशेष बूथ (enclosed booth) में होगा, जिसका क्षेत्रफल लगभग 1,500 वर्ग फुट है। अंदर प्रवेश के लिए टिकट की कीमत $15-$20 है, अग्रिम बुकिंग पर हो सकता है कुछ छूट हो। भ्रमण के दौरान, फैंस तीन मिनट की एक-एक निजी बातचीत कर सकते हैं और फोटो-अप (selfie/photo op) कर सकते हैं।
आयोजकों ने यह आश्वासन दिया है कि hologram कभी ऐसा कुछ नहीं बोलेगा जो Stan Lee ने अपने जीवन में कभी न कहा हो। उनके वास्तविक विचारों, भाषणों और सार्वजनिक बयानों (archival footage, interviews) को ध्यान में रखते हुए आवाज़ और संवाद तैयार किए गए हैं।
लेकिन इस पहल को पूरी तरह सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। कुछ फैंस और आलोचक इसे नैतिक दृष्टि से विवादित मान रहे हैं, यह कह कर कि मृत व्यक्ति की likeness (छवि और आवाज़) का उपयोग उनकी अनुमति के बाद भी कैसे किया जाना चाहिए, और क्या ऐसा उपयोग उनकी याद और उनके व्यक्तित्व के सम्मान में है या सिर्फ़ व्यावसायिक लाभ के लिए। कुछ ने इसे “dystopian” भी कहा है, मतलब ऐसे प्रयोग जहाँ मर चुके व्यक्ति को डिजिटल तरीके से “वापस लाना” संभावित रूप से आराम देने वाला नहीं हो, बल्कि असहज या विवादित हो सकता है।
कुल मिलाकर यह कहना सही होगा कि Stan Lee का AI hologram एक नई टेक्नोलॉजी और मिश्रित भावनाओं (mixed reactions) वाला प्रयोग है – एक ओर यह फैंस को उनके प्रति सम्मान दिखाने और उनकी याद को जीवित रखने का तरीका है, दूसरी ओर यह प्रश्न उठाता है कि व्यक्ति के असली अधिकार और उनकी अनुमति का कैसे ध्यान रखा जाए।