YouTube ने अपनी 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर “Made on YouTube 2025” इवेंट में घोषणा की है कि प्लेटफार्म अब AI-पावर्ड कंटेंट क्रिएशन को केंद्र में ला रहा है जहाँ creators को ऐसे टूल्स मिलेंगे जो वीडियो निर्माण और संपादन (editing) की प्रक्रिया को आसान बनाएँगे जैसे कि Auto-editing फीचर्स, Speech-to-Song कन्वर्टर, Veo 3 आदि जो Shorts के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं।
YouTube is testing a new feature called “Edit with AI” designed to simplify the video editing process on Shorts and in the YouTube Create app.
— ㆅ (@howfxr) September 16, 2025
The tool takes raw footage from a user's camera roll and automatically generates a first draft. pic.twitter.com/OYtvAqW9Bx
AI टूल्स अब creators को raw फुटेज से शुरुआती कट बनाने में मदद करेंगे, वीडियो आइडियाज, टाइटल और थंबनेल सुझाव देंगे, ऑडियो-वीडियो कंटेंट के भाषाई अनुवाद के साथ lip sync dubbing की सुविधा भी मिल रही है जिससे वीडियो विदेशी भाषा बोलने वालों के लिए भी सुलभ होंगे।
YouTube इस बदलाव को ऐसे प्रस्तुत कर रहा है कि AI creators की जगह नहीं लेगा बल्कि उनकी रचनात्मक क्षमता को बढ़ाएगा, जिससे वीडियो बनाना तेज़, कम मेहनत वाला लेकिन गुणवत्ता में कमी नहीं हो। उदाहरण के लिए Veo 3 मॉडल DeepMind द्वारा विकसित किया गया है, जो Shorts में उपयोगकर्ता को AI-बैकग्राउंड, motion effects और प्रॉम्प्ट-आधारित six-सेकंड क्लिप बनाने की सुविधा देगा। Ask Studio नामक नया फीचर Creators को उनकी सामग्री का विश्लेषण, audience feedback, video performance और टिप्पणी (comments) की सारांश जानकारी देगा ताकि वे समझ सकें कि उनके दर्शक किस तरह की सामग्री को पसंद कर रहे हैं।
नई ऑटो-डबिंग सुविधा वीडियो को कई भाषाओं में उपलब्ध कराने में मदद करेगी, जिससे global reach बढ़ेगी। यह बदलाव Monetization मॉडल को भी प्रभावित करेगा क्योंकि आवर्ती और repetitive AI-content को Google/YouTube ने पहले ही “inauthentic content” के रूप में पहचानना शुरू कर दिया है और अब creators से कहा जा रहा है कि उनका कंटेंट original हो और AI का उपयोग एक सहायक उपकरण के रूप में हो, पूरी तरह से निर्भरता न हो। YouTube ने बताया है कि पिछले चार वर्षों में इस प्लेटफार्म ने creators को $100 बिलियन से अधिक भुगतान किया है, और आने वाले समय में इस AI-tool ecosystem के जरिए इस संख्या को और बढ़ाने की योजना है।
Creators को यह समझना होगा कि इन टूल्स का उपयोग कैसे किया जाए ताकि कंटेंट की quality बनी रहे, copyright और likeness detection जैसे ethical पहलुओं को ध्यान में रखा जाए, क्योंकि AI जनित मीडिया के misuse की आशंका भी बढ़ रही है।
कुल मिलाकर, YouTube का यह AI-दांव दर्शाता है कि भविष्य में content creation सिर्फ वीडियो कैमरा चलाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि AI साथ काम करने का एक समावेशी जरिया बनेगा जिससे नए creater और नए प्रकार की रचनाएँ जन्म लेंगी।
#MadeOnYouTube Edit with AI will let new creators upload their clips and get a smart first cut, in a variety of styles, with optional narration pic.twitter.com/e4K1pPrBuf
— YouTube Liaison (@YouTubeInsider) September 16, 2025