अगर आपने कभी सोचा है कि कंप्यूटर में जोड़ [Addition] कैसे होता है, तो यह सवाल आपको आम लग सकता है। लेकिन इसका जवाब जितना साधारण दिखता है, उसकी सच्चाई उतनी ही ज़्यादा जटिल और रोचक है। हाल ही में सामने आए एक वीडियो में एक मशीन के ज़रिए यह दिखाया गया है कि कैसे कंप्यूटर के प्रोसेसर बाइनरी नंबरों का उपयोग करके जोड़ की प्रक्रिया करते हैं। यह जोड़ कोई सामान्य जोड़ नहीं होता – बल्कि एक पूरी इलेक्ट्रॉनिक रणनीति होती है, जिसमें लॉजिक गेट्स जैसे AND, OR और XOR का इस्तेमाल किया जाता है।
बाइनरी यानी 0 और 1 के खेल में ही कंप्यूटर की असली भाषा छुपी होती है। हर एक 0 और 1 असल में वोल्टेज का संकेत होता है, या तो करंट है या नहीं। जब आप 2 और 3 को जोड़ते हैं, तो कंप्यूटर असल में उन्हें बाइनरी में 010 और 011 की तरह देखता है, और फिर हर बिट को लॉजिक गेट्स की मदद से प्रोसेस करता है। यह एक सिंक्रोनाइज़्ड प्रोसेस होता है जिसमें हजारों गेट्स एक साथ काम करते हैं, और यही जोड़ को मुमकिन बनाता है।
वीडियो में जिस मशीन का प्रदर्शन किया गया है, वह इस प्रक्रिया को विज़ुअली समझाने का एक अनोखा तरीका है। यह मशीन बाइनरी अंकों को दिखाती है, फिर लॉजिक गेट्स के माध्यम से यह बताती है कि कैसे बिट्स को जोड़ते वक्त carry और output bit को तय किया जाता है। यह वही तकनीक है जिसका इस्तेमाल दुनिया के हर डिजिटल डिवाइस, चाहे वह स्मार्टफोन हो या सुपरकंप्यूटर – में किया जाता है।
आज की आधुनिक चिप्स और प्रोसेसर एक सेकंड में 10 अरब से भी ज्यादा ऑपरेशंस कर सकते हैं। लेकिन इन सबकी नींव केवल जोड़, घटाव, गुणा और भाग जैसे सरल गणितीय ऑपरेशनों पर टिकी होती है, जो बाइनरी के रूप में लाखों logic gates द्वारा नियंत्रित होते हैं। इसी कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि कंप्यूटर जो करता है, वह “मैजिक” जैसा लगता है, लेकिन असल में यह pure science और इंजीनियरिंग की खूबसूरत मिसाल है।
यह वीडियो दर्शाता है कि टेक्नोलॉजी के पीछे छुपी सोच कितनी बारीक और प्रभावशाली होती है। हमें अक्सर लगता है कि कंप्यूटर केवल simple काम करता है, लेकिन जब आप इसकी गहराई में उतरते हैं, तो पता चलता है कि जोड़ों के पीछे एक पूरी आर्किटेक्चर खड़ी है। यह जानकारी न केवल छात्रों के लिए, बल्कि टेक्नोलॉजी में रुचि रखने वाले हर व्यक्ति के लिए ज़रूरी है।
आज जब हम AI, Quantum Computing और 5G जैसी टेक्नोलॉजी की बात करते हैं, तब यह समझना और भी ज़रूरी हो जाता है कि इन सबकी जड़ें सबसे मूलभूत डिजिटल लॉजिक में छुपी हैं। और यह वीडियो एक शानदार उदाहरण है कि कैसे विज्ञान को आसान भाषा में लोगों के सामने लाया जा सकता है।
तो अगली बार जब आप कोई कैलकुलेशन अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर करें, तो याद रखिए – उसके पीछे लाखों logic gates की टीम मिलकर आपके लिए काम कर रही है। और यही है कंप्यूटर साइंस की असली ताकत।
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