Air India की बोइंग 787 Dreamliner (Flight AI‑171) अहमदाबाद से लंदन जाते समय क्रैश होने के बाद NSE की एयरलाइंस और संबंधित कंपनियों के शेयरों पर जबरदस्त असर देखने को मिला है। 12 जून 2025 को सुबह लगभग 1:39 बजे टेकऑफ़ के तुरंत बाद यह घटना सामने आई, जिसमें 242 यात्री सवार थे और केवल एक व्यक्ति ही बचा पाया गया। इस विमान ने अहमदाबाद में B.J. Medical College में गिरकर भीषण अग्निकांड फैला दिया, जिससे वित्तीय मंच पर भी भारी संकट पैदा हुआ है।
घटना के तुरंत बाद बाजार में हड़बड़ी का माहौल बन गया। InterGlobe Aviation (IndiGo) और SpiceJet जैसी प्रमुख एयरलाइंस के शेयरों में 3 प्रतिशत से अधिक गिरावट दर्ज की गई। इंडीगो के शेयर ₹5,465 तक गिर गए, जबकि स्पाइसजेट में करीब 2–3% की गिरावट आई। टाइम्स ऑफ इंडिया बिज़नेस रिपोर्ट में कहा गया कि यह अचानक बिकवाली उस डर की वजह से आई कि विमान यात्रा अब अधिक जोखिम भरा हो सकता है और हेल्थ सेफ्टी की चिंताएं बढ़ सकती हैं ।
इसके अलावा, Ixigo और Thomas Cook India जैसे ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म्स के शेयरों में भी लगभग 4% तक की गिरावट आई। होटल सेक्टर के शेयरों जैसे Indian Hotels Company और Chalet Hotels में 2–3% का नुकसान देखा गया, जो इस दुर्घटना से पर्यटन और यात्रा से जुड़े बाजार पर गिरावट को दर्शाता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, Boeing के शेयरों में भी भारी बिकवाली हुई – प्री-मार्केट में लगभग 7–8% की गिरावट हुई, जो Boeing के लिए एक बड़ी चिंता है । Boeing 787 Dreamliner का यह क्रैश पहली ऐसी दुर्घटना है जिसमें Dreamliner फैमिली में हताहत हुआ है, जिससे कंपनी की सुरक्षा प्रतिष्ठा प्रभावित हुई है।
इस दुर्घटना का प्रभाव सिर्फ स्टॉक मार्केट पर ही नहीं, बल्कि बीमा, एयरलाइंस ऋण और TATA Group की प्रतिष्ठा पर भी गहरा असर है। Mint द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया है कि Air India की कीमतो में भारी नुकसान होगा और इंश्योरेंस क्लेम अरबों डॉलर तक पहुंच सकते हैं ।
Air India की आंशिक प्राइवेट कंपनी होने के नाते यह दुर्घटना TATA Group को भी सीधे प्रभावित करेगी। कंपनी को नई नीतियों और बीमा प्रीमियम को पुन: मूल्यांकन करना पड़ेगा। इंडीगो और स्पाइसजेट जैसे ऑपरेटर्स को भी यात्रियों में भय का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनकी बुकिंग में कमी आ सकती है – जो बाजार हिस्सेदारी को प्रभावित कर सकता है।
पिछले हफ्ते में Sensex और Nifty में भी नीचे की ओर रुख देखा गया, जिसमें निवेशक ग्लोबल अनिश्चयता और इस दुर्घटना की खबर से विचलित रहे । एयरलाइन और यात्रा सेक्टर में उड़ान की मांग आने वाले सप्ताह में स्थिर हो जाएगी या नहीं, इसका फैसला बाजार पर निर्भर करेगा।
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