आज के समय में जब लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तेजी से ऑटोमेशन की ओर बढ़ रहे हैं, ऐसे में Milvus Robotics की नई तकनीक SEIT AMRs (Autonomous Mobile Robots) एक क्रांतिकारी कदम साबित हो रही है। हाल ही में एक X पोस्ट में इन रोबोट्स को लाइव एक्शन में दिखाया गया, जहाँ वे बिना किसी अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर के वेयरहाउस और प्रोडक्शन यूनिट्स में सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाते नज़र आए।
Milvus Robotics द्वारा विकसित ये AMRs पूरी तरह से स्वायत्त हैं और बिना किसी ट्रैक या मैग्नेटिक गाइड के काम करते हैं। इनका डिज़ाइन इस प्रकार का है कि ये कर्मचारियों और अन्य मशीनरी के साथ मिलकर बिना किसी टकराव के सुरक्षित रूप से काम कर सकते हैं। यह विशेषता इन्हें पारंपरिक AGVs (Automated Guided Vehicles) से काफी अलग और उन्नत बनाती है। जहाँ AGV को एक निश्चित मार्ग की आवश्यकता होती है, वहीं SEIT AMRs को किसी स्थायी मार्गदर्शन की ज़रूरत नहीं होती।
इन रोबोट्स की क्षमता सिर्फ मटेरियल मूवमेंट तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ये वेयरहाउस के पूरे वर्कफ़्लो को री-डिज़ाइन करने में सहायक साबित हो रहे हैं। चाहे बात इनबाउंड माल की हो, इन्वेंट्री ट्रांसफर की हो या आउटबाउंड पैकेजिंग की – SEIT AMRs हर प्रक्रिया में दक्षता और तेज़ी ला रहे हैं। एक तरह से ये रोबोट्स लॉजिस्टिक्स के ‘स्मार्ट वर्कर’ बन चुके हैं जो 24×7 बिना थके काम कर सकते हैं।
Milvus Robotics की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, SEIT AMRs अलग-अलग आकार और भार क्षमता में आते हैं, जो उन्हें विभिन्न प्रकार के उद्योगों जैसे FMCG, फार्मास्यूटिकल्स, ई-कॉमर्स, ऑटोमोटिव और इलेक्ट्रॉनिक्स में उपयोग के लिए उपयुक्त बनाते हैं। इनकी प्रोग्रामिंग इस प्रकार की गई है कि ये अपने मार्ग को खुद पहचान सकते हैं, बाधाओं को चिह्नित कर सकते हैं, और रियल टाइम में नेविगेशन पथ बदल सकते हैं।
आज जिस गति से ई-कॉमर्स और मल्टी-चैनल फुलफिलमेंट की मांग बढ़ रही है, उसी गति से वेयरहाउस को भी स्मार्ट बनाना आवश्यक हो गया है। Mecalux जैसी वैश्विक लॉजिस्टिक्स कंपनियां भी AMRs को ‘इंटेलिजेंट व्हीकल्स’ की संज्ञा देती हैं जो आंतरिक ट्रांसपोर्टेशन को तेज, सटीक और अधिक सुरक्षित बनाते हैं। यही कारण है कि भारत और विदेशों में कई कंपनियां अब पारंपरिक मैन्युअल सिस्टम को हटाकर AMRs को अपना रही हैं।
Milvus Robotics के ये AMRs खासतौर पर भीड़भाड़ वाले और गतिशील वातावरण के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। उदाहरण के लिए, एक प्रोडक्शन यूनिट जहाँ हर समय इंसान और मशीन दोनों सक्रिय होते हैं — वहां पर इन रोबोट्स को तैनात करना सुरक्षित और प्रभावी साबित हुआ है। ये रोबोट्स LiDAR, कैमरा विज़न और ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम्स से लैस होते हैं जो इन्हें सटीकता और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
भारत जैसे देश में जहाँ इंडस्ट्री 4.0 की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं, Milvus Robotics की यह तकनीक न केवल वैश्विक प्रतिस्पर्धा में हमारे उद्योगों को आगे ले जा सकती है, बल्कि वर्कफोर्स पर शारीरिक दबाव को भी कम कर सकती है। इससे कंपनियों की उत्पादकता बढ़ेगी, और साथ ही संचालन की लागत में भी कटौती होगी।
इस तकनीकी नवाचार का प्रभाव आने वाले वर्षों में और भी अधिक दिखाई देगा जब छोटे और मध्यम उद्योग भी इन AMRs को अपनाना शुरू करेंगे। सरकार की “मेक इन इंडिया” और “डिजिटल इंडिया” जैसी योजनाओं के चलते, भारत में ऑटोमेशन को तेजी से अपनाया जा रहा है, और Milvus Robotics जैसे ब्रांड्स इस दिशा में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
SEIT AMRs का उपयोग भविष्य में न केवल लॉजिस्टिक्स में बल्कि हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, मॉल और शैक्षणिक संस्थानों जैसे क्षेत्रों में भी किया जा सकता है, जहाँ सामान या दस्तावेजों को कुशलता से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना होता है। अगर इनका व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाए, तो यह न केवल उद्योगों की दक्षता बढ़ाएंगे, बल्कि नई नौकरियों के अवसर भी पैदा करेंगे — जैसे AMR ऑपरेशन, रखरखाव और डेटा एनालिटिक्स।
इस प्रकार Milvus Robotics के SEIT AMRs आने वाले समय में ऑटोमेशन और स्मार्ट वेयरहाउसिंग की दिशा में एक बेहद अहम कदम हैं। यह तकनीक न केवल मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस को गति देगी, बल्कि भारत को एक ऑटोमेटेड इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम की ओर ले जाएगी।
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