MiniMax कंपनी ने हाल ही में अपना नया AI मॉडल MiniMax M1 ओपन-सोर्स किया है, जो आज की तारीख में दुनिया का सबसे लंबा कंटेक्स्ट विंडो रखने वाला मॉडल बन गया है। यह मॉडल एक बार में 1 मिलियन टोकन तक का इनपुट समझ सकता है और 80,000 टोकन तक का आउटपुट दे सकता है। इसका मतलब है कि यह मॉडल बहुत ही लंबी रिपोर्ट, किताबें, कोड फाइल्स, या कोई भी बड़ा डॉक्युमेंट बिना किसी जानकारी के खोए हुए पढ़ सकता है और समझ सकता है।
MiniMax M1 को एक खास आर्किटेक्चर पर तैयार किया गया है जिसे Mixture-of-Experts (MoE) कहा जाता है। इस आर्किटेक्चर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह हर टोकन के लिए 456 बिलियन में से सिर्फ 45.9 बिलियन पैरामीटर को एक्टिव करता है, जिससे यह तेजी से काम करता है और ज्यादा स्मार्ट तरीके से निर्णय ले पाता है। इसके साथ ही इसमें ‘लाइटनिंग अटेंशन’ नाम की एक खास तकनीक लगाई गई है, जो लंबे डाटा को बहुत कम समय में प्रोसेस करने में मदद करती है।
MiniMax M1 का डेवलपमेंट सिर्फ तीन हफ्तों में किया गया, और इसमें लगभग $5.3 लाख डॉलर (करीब ₹4.5 करोड़) का खर्च आया। इसका ट्रेनिंग प्रोसेस एक खास Reinforcement Learning फ्रेमवर्क पर आधारित था, जो बड़े स्तर पर स्केलेबल है और कम समय में ज्यादा परिणाम देता है। इस मॉडल की परफॉर्मेंस ने कई बड़े ओपन-सोर्स मॉडलों को पीछे छोड़ दिया है, जिनमें DeepSeek-R1 और Qwen3-235B जैसे पॉपुलर मॉडल भी शामिल हैं।
MiniMax M1 का प्रदर्शन खास तौर पर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, टूल यूज, और लॉन्ग-कॉन्टेक्स्ट अंडरस्टैंडिंग जैसे टास्क में बेहतरीन पाया गया है। यह मॉडल लंबे कोड समझने, जटिल टेक्स्ट विश्लेषण करने और प्रोफेशनल लेवल टूल्स का उपयोग करने में बाकी सभी ओपन-सोर्स AI मॉडलों से आगे है। इसका एक और बड़ा फायदा यह है कि यह अब ओपन-सोर्स है, यानी कोई भी डेवलपर या संस्था इसे डाउनलोड कर प्रयोग कर सकती है।
MiniMax की यह उपलब्धि उस दिशा में एक और कदम है जहाँ AI तकनीक इंसान जैसे लॉजिक और सोचने की क्षमता की ओर बढ़ रही है। लंबे दस्तावेजों को पढ़ना, संदर्भों को बनाए रखना, और उनके आधार पर स्मार्ट निर्णय लेना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान और तेज हो गया है। खासकर उन इंडस्ट्रीज़ में जहाँ डेटा बहुत बड़ा होता है – जैसे कानून, मेडिकल, रिसर्च, या सरकारी रिपोर्ट्स – वहाँ MiniMax M1 बहुत बड़ा गेम-चेंजर बन सकता है।
आज जब Google, OpenAI, Anthropic, Meta और DeepSeek जैसे दिग्गज AI कंपनियां लंबा कॉन्टेक्स्ट विंडो बनाने की होड़ में लगी हैं, वहाँ MiniMax ने पहली बार एक ऐसा मॉडल ओपन-सोर्स किया है जो तकनीकी रूप से सब पर भारी पड़ रहा है। यह मॉडल न केवल लंबे डॉक्युमेंट्स को समझ सकता है, बल्कि उनका सार भी निकाल सकता है, जवाब भी दे सकता है और जरुरत हो तो कोड भी जेनरेट कर सकता है। आने वाले दिनों में यह तकनीक शिक्षा, रिसर्च, बिजनेस और गवर्नमेंट लेवल पर बड़े बदलाव ला सकती है।
MiniMax M1 सिर्फ एक मॉडल नहीं है, यह उस भविष्य की झलक है जहाँ AI किसी इंसान से भी ज्यादा संदर्भ समझकर निर्णय ले सकता है। और जब यह ओपन-सोर्स हो, तो उसकी ताकत आम लोगों के भी हाथों में आ जाती है। यही कारण है कि MiniMax M1 को लेकर टेक्नोलॉजी की दुनिया में इतनी हलचल है।