Atharvaa और Nimisha Sajayan की फिल्म DNA के लिए दर्शक और क्रिटिक्स पहले ही तारीफ कर रहे हैं। इस फिल्म का खास प्रीमियर 18 जून को हुआ था और सोशल मीडिया पर शुरुआती रिएक्शन काफी पॉजिटिव मिले हैं; कई लोगों ने इसे “विनर” तक कहा है। लेकिन क्या DNA में सिर्फ इमोशनल ड्रामा है या इसके भीतर कुछ और भी है? आइए जानें विस्तार में।
पहले तो बात करते हैं विषय की। DNA को निर्देशित किया है Nelson Venkatesan ने, जो पहले भी Monster, Farhana जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं । फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई है Atharvaa और Nimisha Sajayan ने – दोनों ने पहले भी अरेंज्ड मैरिज, परिवार और मानसिक संघर्ष वाले किरदार निभाए हैं। DNA की कहानी एक कपल पर केंद्रित है जिसका जीवन बच्चों के जन्म के बाद बदल जाता है—यह इमोशनल ड्रामा, थ्रिल और पारिवारिक तनावों का मिश्रण है ।
शुरुआती ट्रेलर और क्लिप्स में दिखाया गया इमोशन और स्टोरी‑टेलिंग का स्तर शक्तिशाली लगता है। ट्विटर पर प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं उत्साहजनक हैं जिसमें कुछ ने Atharvaa की परफॉर्मेंस को “impressive” बताया है । कहानी का इमोशनल कोर यानी बच्चे के जन्म और उससे जुड़े शक ने दर्शकों को पहले ही खींचा है। DNA का ट्रेलर भी ऐसा संदेश देता है कि यह केवल मैर्डियन ड्रामा नहीं है, बल्कि गहराई और सस्पेंस भी इसमें है।
पर अगर क्रिटिकल दृष्टिकोण से देखा जाए, तो DNA के कुछ पहलू ऐसे हैं जो सवाल खड़े करते हैं। OTTplay की समीक्षा कहती है कि शुरुआती आईडिया इंटरेस्टिंग जरूर था, लेकिन कथा में ओवर-द-टॉप मेलोड्रामा की कमी नहीं दिखी । फिल्म में इमोशनल पिक्स को बढ़ा-चढ़ा कर दिखाने का ट्रेंड है, जो कभी-कभी फीका और थका देने वाला हो जाता है। कहने का मतलब ये है कि बहुत कुछ स्पष्ट और दिखावटी तरीके से पेश किया गया है।
वैसे, तकनीकी रूप से फिल्म संपादन में कुछ धीमी गति और लंबी घटनाएं हैं, जिससे फिल्म का पेस थोड़ा धीमा पड़ सकता है । अगर कहानी में tighter एडिटिंग होती, तो इंटरेस्ट तेजी से बना रह सकता था। Atharvaa और Nimisha को मिला है काफी सेंसिटिव रोल, जहां इमोशनल और एक्शन दृश्यों दोनों में उन्होंने ठीक-ठाक काम किया है—हालांकि कुछ दर्शकों ने कहा कि अभिनय और डायलॉग delivery में कुछ मजबूती की जरूरत थी।
इस फिल्म के रिलीज़ टाइमिंग को देखें, तो DNA की रिहाई ऐसे वक्त हुई है जब Dhanush की Kuberaa और Vaibhav की Chennai City Gangsters जैसी बड़ी फिल्में भी प्रदर्शित हो रही हैं । तो सवाल ये उठता है कि DNA अपनी जगह बना पाएगी या हाई‑पैसींग इमोशनल क्वालिटी खो देगी? शुरुआती रिव्यू की रोशनी में तो जवाब हाँ लगता है, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर यह कुछ दिन में साफ़ होगा।
क्रिटिक्स की दृष्टि से देखे, DNA एक “winner इमोशनल ड्रामा” की तरह शुरू हो रही है, लेकिन कहीं-कहीं इसकी कथावस्तु और मेलोड्रामा की लम्बाई उसे कमजोर भी कर सकती है। यदि आप थ्रिलर और पारिवारिक ड्रामा पसंद करते हैं, तो इसे एक “worth a watch” विचार से देख सकते हैं। लेकिन अगर आप सस्पेंस में तेज़ रफ्तार और मनोवैज्ञानिक गहराई चाहते हैं, तो यह फिल्म कुछ ज़्यादा ग्लैमरस हो सकती है।
निष्कर्ष में कहा जा सकता है कि DNA फैंस और पारिवारिक मनोरंजन पसंद करने वाले दर्शकों के लिए इंटरस्टिंग हो सकती है। Atharvaa और Nimisha ‘को-लीड्स’ के रूप में मजबूती से सामने आए हैं, और Nelson Venkatesan की कहानी में इमोशनल ड्रामा का मजबूत कोर है। हालांकि कुछ narrational धीमापन और ओवरमिमिचर स्कोप इसमें चुनौती हो सकता है।
अंतिम रेटिंग: यदि आप इमोशनल ड्रामा और पारिवारिक टेंशन के साथ हल्का सस्पेंस चाहते हैं, तो DNA एक अच्छी पसंद हो सकती है। इमोशन के साथ थोड़ा सेल्फ‑कंटेनमेंट की कमी हो सकती है, पर overall यह एक feel-good theatrical अनुभव देने का दावा रखती है।