हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले Twitter) पर एक वीडियो पोस्ट ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा, जिसमें चीन के शहर चोंगकिंग में 11,600 से भी अधिक ड्रोन एक साथ आसमान में उड़ते हुए दिखाई दिए। इस भव्य ड्रोन शो ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है और चीन की उन्नत तकनीकी शक्ति को दुनिया के सामने फिर एक बार प्रमाणित किया है। यह आयोजन चोंगकिंग शहर की 28वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया गया, जो न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव था, बल्कि तकनीक के क्षेत्र में चीन की अग्रणी स्थिति का भी प्रतीक बन गया।
चोंगकिंग, जो कि चीन का एक प्रमुख नगरपालिका शहर है, जिसकी आबादी 3 करोड़ से भी ज्यादा है, लंबे समय से आर्थिक और सांस्कृतिक दोनों दृष्टि से चीन के लिए रणनीतिक महत्व रखता है। यह शहर यांग्त्ज़े रिवर इकोनॉमिक बेल्ट और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव जैसी बड़ी सरकारी योजनाओं में अहम भूमिका निभा रहा है। इसी का हिस्सा बनते हुए, यह ड्रोन शो भी इस बात का संकेत है कि कैसे चीन अब अपने शहरों की पहचान और सामर्थ्य को टेक्नोलॉजी की सहायता से वैश्विक मंच पर रख रहा है।
ड्रोन शो में न सिर्फ रौशनी और रंगों का अद्भुत समन्वय था, बल्कि उन्होंने आसमान में चीन का झंडा, चोंगकिंग का प्रतीक चिन्ह, और 28 साल के जश्न को दर्शाते हुए अनेक आकृतियाँ भी बनाई। इतने सारे ड्रोन को एक साथ संचालित करना सामान्य बात नहीं है। इसके लिए अत्यंत परिष्कृत स्वार्म इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया, जिसमें सभी ड्रोन एक ही समय पर एक साथ निर्देशों का पालन करते हैं, बिना आपस में टकराए। चीन इससे पहले भी 10,000 से अधिक ड्रोन को एक कंप्यूटर से कंट्रोल करने का रिकॉर्ड बना चुका है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह इस क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व कर रहा है।
चीन में हाल के वर्षों में ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रयोग सिर्फ मनोरंजन या प्रदर्शन तक सीमित नहीं रहा। इसे लॉजिस्टिक्स, निगरानी, आपदा प्रबंधन, और अब सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। 2022 में बीजिंग ओलंपिक्स के दौरान भी ड्रोन शो का उपयोग कर चीन ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था। परंतु चोंगकिंग का यह रिकॉर्ड अब तक का सबसे बड़ा और सबसे जटिल कार्यक्रम माना जा रहा है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा भी इसकी आधिकारिक पुष्टि की गई है और दुनिया भर से टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा और हजारों लोगों ने शेयर किया। कई लोगों ने इसे भविष्य के सार्वजनिक आयोजनों की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया।
इस शो से यह भी स्पष्ट होता है कि कैसे अब दुनिया भर में टेक्नोलॉजी को सांस्कृतिक प्रस्तुति का हिस्सा बनाया जा रहा है। जहां पहले सांस्कृतिक उत्सवों में पारंपरिक तरीके ही अपनाए जाते थे, अब वही कार्यक्रम टेक्नोलॉजी के सहारे पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन जाते हैं। चीन इस बदलाव को बहुत तेज़ी से अपना रहा है, और उसके शहर अब सिर्फ आर्थिक केंद्र ही नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी और नवाचार के हब बनते जा रहे हैं।
इस तरह के आयोजनों का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि ये अपने आप में बहुत ही कम कार्बन उत्सर्जन वाले होते हैं। पारंपरिक आतिशबाजी की तुलना में ड्रोन शो पर्यावरण के लिए कहीं ज्यादा अनुकूल माने जाते हैं। इस पहलू को देखते हुए भी भविष्य में दुनिया भर के देश ड्रोन शो को प्राथमिकता दे सकते हैं।
चोंगकिंग के इस आयोजन ने यह दिखा दिया है कि यदि टेक्नोलॉजी और रचनात्मकता को सही दिशा दी जाए, तो वे न केवल लोगों का मनोरंजन कर सकते हैं, बल्कि एक शहर की पहचान, उसकी संस्कृति और उसकी तकनीकी प्रगति को भी एक साथ प्रस्तुत कर सकते हैं। यह ड्रोन शो केवल एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि यह आने वाले समय का संकेत है कि भविष्य में बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम कैसे दिखेंगे।
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