तकनीक और इंसानी भावनाओं का मेल अब हकीकत बन चुका है। इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है EMObot – एक ऐसा सॉफ्ट रोबोट जो इंसानी सांसों को पहचानकर प्रतिक्रिया देता है। इस रोबोट को इटली की वैलेंटीना सोआना और उनकी टीम ने बनाया है। यह परियोजना RC2 BPro Soft Robotic इनिशिएटिव का हिस्सा है और इसका उद्देश्य रोबोटिक्स, इमोशन और डिजाइन के बीच सामंजस्य बैठाना है। इस अनोखे रोबोट को खासतौर पर ऐसे स्पेस में इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया है जहां लोग मानसिक तनाव या असहजता महसूस करते हैं। यह रोबोट व्यक्ति की सांसों की गति और लय को समझता है और उसी के अनुरूप अपना व्यवहार बदलता है। इसका उपयोग थैरेपी, वास्तुकला और इंटीरियर डिजाइन के क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है।
EMObot का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी बनावट और मूवमेंट है। यह पूरी तरह सॉफ्ट यानी लचीले पदार्थों से बना है, जिससे यह बिना किसी खतरे के इंसानों के नजदीक रह सकता है। जब कोई व्यक्ति इसके पास बैठता है, तो यह रोबोट उसकी सांसों को डिटेक्ट करता है और एक हल्की-सी कंपन या हरकत के ज़रिए अपनी मौजूदगी का संकेत देता है। यह हरकतें धीरे-धीरे व्यक्ति की सांसों के साथ सिंक्रोनाइज़ होने लगती हैं, जिससे यूज़र को एक भावनात्मक जुड़ाव महसूस होता है। यह तकनीक सिर्फ मनोरंजन या दिखावे तक सीमित नहीं है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक वास्तविक सहायता भी बन सकती है।
सॉफ्ट रोबोटिक्स का यह उदाहरण 2023 में प्रकाशित “Nature Machine Intelligence” की उस रिपोर्ट को भी सही साबित करता है, जिसमें कहा गया था कि लचीले और संवेदनशील रोबोट भविष्य में थैरेपी और देखभाल के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएंगे। EMObot इसी दिशा में एक ठोस कदम है। रोबोटिक्स और फैशन डिजाइन का मेल भी इसमें देखने को मिलता है। यह सिर्फ एक मशीन नहीं बल्कि एक डिजाइन ऑब्जेक्ट की तरह भी काम करता है, जो किसी भी जगह की ऊर्जा और भावना को बेहतर बना सकता है।
यह तकनीक B-Pro Bartlett School of Architecture के शो 2023 में भी प्रदर्शित की गई थी, जहां इसे लोगों ने एक ‘थिंकिंग स्पेस’ की तरह देखा। यह किसी थैरेपी क्लिनिक, वेटिंग रूम या मेडिटेशन सेंटर के लिए एक आदर्श साथी बन सकता है। खास बात यह है कि इस रोबोट को ऑपरेट करने के लिए किसी जटिल सिस्टम की जरूरत नहीं है। बस इसे चालू करो और यह खुद व्यक्ति की सांसों और ऊर्जा के अनुरूप एक्टिवेट हो जाता है।
रोबोटिक्स मेटा में प्रकाशित 2024 की एक रिपोर्ट के अनुसार, फैशन और रोबोटिक्स का यह मेल भविष्य में बहुत सारे क्रिएटिव इंडस्ट्रीज़ में इस्तेमाल होगा, जिससे इंसान और मशीन के बीच का गैप और भी कम होगा। जब कोई मशीन आपके इमोशन, ब्रीदिंग और स्पेस के साथ खुद को ढालने लगे, तो वह एक साधारण मशीन नहीं रह जाती, बल्कि वह अनुभव का हिस्सा बन जाती है। यही EMObot की सबसे बड़ी खूबी है।
यह रोबोट आने वाले समय में खासकर बुजुर्गों, मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों, और ऐसे माहौल में जहां संवाद की कमी है, वहां बड़ी भूमिका निभा सकता है। इसे किसी साथी की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है जो न बोले, पर आपको महसूस कर सके। एक ऐसा साथी जो आपकी सांसों को सुने और उसी के हिसाब से आपको शांत करे।
EMObot एक नई दिशा की शुरुआत है – जहां रोबोट सिर्फ काम करने वाली मशीनें नहीं बल्कि संवेदनशील और भावनात्मक सहयोगी बनते हैं। यह तकनीक इस बात का प्रमाण है कि हम अब उस दौर में पहुंच चुके हैं जहां टेक्नोलॉजी केवल तेजी या सुविधा का माध्यम नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक जुड़ाव का जरिया भी बन सकती है।
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