Waymo और Tesla की ऑटोनॉमस ड्राइविंग तकनीक अब सीधे आमने-सामने हैं, लेकिन दोनों कंपनियाँ पूरी तरह अलग-थलग एक भारी सेंसर पर भरोसा करती है, जबकि दूसरी केवल कैमरों से काम चलाती है। Waymo का ऑटोनॉमस वाहन लगभग 29 कैमरे, 5 LiDARs, 6 राडार और हाई डिटेल मैपिंग के साथ आता है, जिसकी कीमत होती है लगभग $200,000। दूसरी ओर, Tesla का मॉडल कैमरा-आधारित है – इसमें 9 कैमरे होते हैं और इसकी लागत सिर्फ $37,490 होती है, जो इसे बहुत सस्ता विकल्प बनाता है।
Waymo की यह भारी सेटअप ज़ोर देती है कि शहरी क्षेत्र – जहाँ सड़कें इतनी ज़्यादा जटिल होती हैं – उसमें यह बेहतर तरीके से काम करता है। Waymo का दावा है कि उसने अब तक 20 मिलियन मील असली सड़कों पर और 20 बिलियन मील सिमुलेशन में ड्राइविंग की है, जिसका डेटा उसने अपनी वेबसाइट पर जारी किया है।
जबकि Tesla कैमरों पर भरोसा रखता है और LiDAR को पूरी तरह छोड़ दिया है – यह Elon Musk की रणनीति का हिस्सा है ताकि सस्ते और बड़े पैमाने पर उत्पादन हो सके। लेकिन कुछ रेडिट चर्चाएँ – जैसे r/SelfDrivingCars – दावा करती हैं कि यह पथ Tesla को सीमित विलंबता वाले ऑपरेशनल डेज़ाइन डोमेन (ODD) तक सीमित कर देता है।
कई रिसर्च से पता चलता है कि कैमरा-आधारित सिस्टम controlled conditions में लगभग 92% accuracy दे सकते हैं, लेकिन adverse (खराब) मौसम जैसे heavy rain, fog या snow में इनकी विश्वसनीयता गिर जाती है। एक अध्ययन में अपडेट किया गया कि LiDAR systems बारिश और धुंध में इसकी घटती sensitivity बड़ी समस्या होती है। इसी बीच, Computer Weekly ने 23 जून 2025 को एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि 2030 तक लगभग 2.6 मिलियन लेवल 4 ऑटोनॉमस कारें हो सकती हैं। इस रिपोर्ट में भी यह रेखांकित किया गया कि Waymo और Tesla एक दूसरे को प्रतिस्थापित करने की जगह, विभिन्न बाजारों को अलग-अलग टारगेट कर सकते हैं – Waymo शहरी घनत्व वाले क्षेत्रों में, जबकि Tesla उपनगरों और हाईवे में।
दोनों कंपनियों की रणनीति का असर अलग-अलग उपयोगिता वाले वाहन बाजारों पर पड़ेगा। Waymo जिस भारी सेंसर और उच्च लागत को अपनाता है, वह मुख्य रूप से उन शहरी इलाकों के लिए उपयुक्त है जहाँ सटीकता और सुरक्षा महत्वपूर्ण होती है। वहीं Tesla की दृष्टि केवल कैमरों पर आधारित, आर्थिक दृष्टि से अधिक व्यवहार्य है – यह रॉबोटैक्श के लिए योजना बना रहा है जो सामान्य यातायात में चल सके।
Waymo और Tesla दोनों ही ऑटोनॉमस ड्राइविंग के हिस्से हैं – लेकिन एक भिन्न रणनीति अपनाते हैं: Waymo “हर सेंसर, हर जानकारी” पर भरोसा करता है तो Tesla “कम लागत, बड़े पैमाने पर” पर। वर्तमान में ऐसा लगता है कि वे दोनों एक दूसरे की जगह नहीं ले सकते, लेकिन भविष्य में दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष रूप से फल-फूलेंगे।
Read Also