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Google ने अब अपनी सर्च सर्विस को पूरी तरह से AI से लैस कर दिया है। एक नए वीडियो डेमो में देखा गया कि एक यूजर ने ब्रिज मॉडल को लेकर स्ट्रक्चरल एडवाइस मांगी, और Google ने न सिर्फ टेक्स्ट उत्तर दिया बल्कि कस्टम चार्ट और ग्राफ भी जनरेट किए — वो भी रियल टाइम में।
यह Google Search का पारंपरिक रूप नहीं है। यह है “AI Integrated Search”, जो अब सिर्फ जानकारी नहीं, समाधान देगा।
It’s insane
— ZOYA ✪ (@Zoya_ai) May 25, 2025
Google Search just got a massive upgrade
AI is now fully integrated into Search
This will change how we search for information across the internet.
10 wild use examples:
1. Take real time help with search live pic.twitter.com/hVpEOZMVgY
क्या है Google का नया Search Experience?
Google ने 2023 में Search Generative Experience (SGE) की शुरुआत की थी, जो अब और एडवांस हो चुका है। इसमें:
- यूजर के सवाल पर AI आधारित सारांश (summary) मिलता है
- Follow-up पूछने के ऑप्शन मिलते हैं
- टेक्स्ट के साथ-साथ ग्राफ, चार्ट और एनालिटिक्स मिलते हैं
- ये सब कुछ Google Search इंटरफेस के अंदर ही होता है
- अब यूजर को अलग-अलग वेबसाइट्स खोलने की जरूरत नहीं पड़ती।
चार्ट और ग्राफ्स: अब AI बनाएगा रिपोर्ट्स भी
नए फीचर में Google सर्च:
- डेटा समझता है
- यूजर के सवाल के अनुसार चार्ट और ग्राफ बनाता है
- जटिल टेक्निकल क्वेरी (जैसे इंजीनियरिंग सलाह) का विजुअल जवाब देता है
यह खासकर छात्रों, इंजीनियरों और डेटा एनालिस्ट्स के लिए एक गेमचेंजर हो सकता है।
एक नया ट्रेंड: सर्च नहीं, समाधान चाहिए
Google का यह बदलाव उस ट्रेंड का हिस्सा है जहाँ लोग अब:
- सिर्फ जानकारी नहीं, डायरेक्ट समाधान चाहते हैं
- वेबसाइट लिंक नहीं, संक्षिप्त और सटीक उत्तर चाहते हैं
- डेटा को विज़ुअली जल्दी समझना चाहते हैं
इसलिए Google का नया AI Mode, SGE और टूल्स जैसे Gemini इसी दिशा में डेवलप किए जा रहे हैं।
पारंपरिक सर्च इंजन को चुनौती
Google का यह नया कदम AI-फर्स्ट सर्च इंजन की ओर बढ़ता हुआ है, जहाँ:
- यूजर इंटरैक्शन पूरी तरह बदल जाएगा
- SEO और वेबसाइट ट्रैफिक पर असर पड़ेगा
- पब्लिशर्स के लिए नया कंटेंट मॉडल जरूरी होगा
प्लेटफ़ॉर्मर और Zapier जैसे विश्लेषणात्मक स्रोतों का कहना है कि AI Search अब पारंपरिक सर्च मॉडल्स को चुनौती दे रहा है।
क्या इसका असर आपकी वेबसाइट या ब्लॉग पर पड़ेगा?
हाँ, यह संभव है। क्योंकि:
- यूजर अब साइट्स पर क्लिक करने की बजाय AI उत्तर पढ़कर ही काम चला सकता है
- इससे वेबसाइट्स की ट्रैफिक पर असर पड़ेगा
- लेकिन, विशेषीकृत कंटेंट, स्थानीय जानकारी, और डीप डाइव लेख की माँग बढ़ सकती है
इसलिए ब्लॉगर्स और पब्लिशर्स को अपने कंटेंट को AI-Friendly और Value-Based बनाना होगा।
निष्कर्ष
Google का AI-इंटीग्रेटेड सर्च सिस्टम अब सिर्फ सवालों के जवाब नहीं देगा, बल्कि उन पर एक्शन योग्य समाधान, विजुअल एनालिसिस, और रीयल-टाइम रिपोर्टिंग भी देगा।
यह सर्च इंजन नहीं, एक AI सहायक बन चुका है — और यह बदल देगा इंटरनेट पर जानकारी पाने का तरीका।