भारत के स्वदेशी रक्षा निर्माण को मजबूती देने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। Adani Defence and Aerospace ने हाल ही में Crosshair-N नामक एक अत्याधुनिक रिमोट-कंट्रोल्ड स्टेबलाइज्ड टरेट सिस्टम पेश किया है, जो नौसेना और अन्य रक्षा बलों के लिए एक नई क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी साबित हो सकता है। यह टरेट सिस्टम समुद्री युद्ध क्षमता को नए स्तर पर ले जाने में सक्षम है, क्योंकि यह 4 से 8 कंधे पर चलाए जाने वाले मिसाइलों – जैसे Igla या भारतीय VSHORADS – से लैस किया जा सकता है।
Crosshair-N टरेट की सबसे बड़ी खूबी इसका पूरी तरह रिमोट-ऑपरेटेड और स्टेबलाइज्ड होना है। इसका मतलब है कि इसे बिना किसी सैनिक की प्रत्यक्ष उपस्थिति के दूर से ऑपरेट किया जा सकता है, और यह चलते या हिलते प्लेटफॉर्म – जैसे जहाज या ट्रक – पर भी सटीकता से निशाना साध सकता है। इससे यह दुश्मन के एयरबोर्न या समुद्री खतरे को तुरंत जवाब देने के लिए तैयार रहता है, वो भी किसी मानव रिस्क के बिना।
इस टरेट सिस्टम में थर्मल साइटिंग सिस्टम, डे/नाइट विजन कैमरे, और ऑटोमैटिक टारगेट ट्रैकिंग जैसी तकनीकें लगाई गई हैं। यानी यह रात के अंधेरे में भी दुश्मन की गतिविधियों को पहचान सकता है और सटीक प्रतिक्रिया दे सकता है। यह विशेषता इसे पारंपरिक नौसेना हथियारों से कहीं अधिक उन्नत बनाती है, खासकर जब बात आती है त्वरित प्रतिक्रिया और सीमित स्पेस में अधिक ताकत देने की।
यह टरेट केवल जहाजों तक सीमित नहीं है। इसकी डिज़ाइन इस तरह से की गई है कि इसे हल्के वाहनों से लेकर भारी प्लेटफॉर्म तक किसी पर भी लगाया जा सकता है – जैसे गश्ती नौकाएं, रक्षा ट्रक, या यहां तक कि बंकर या स्थायी चौकियां। इस तरह की बहु-विकल्पीय तैनाती इसे खास बनाती है और किसी भी मोर्चे पर त्वरित फायरपावर की सुविधा देती है।
Crosshair-N को भारत के आत्मनिर्भर रक्षा निर्माण मिशन – “Aatmanirbhar Bharat” – के तहत विकसित किया गया है। Adani Defence लगातार इस दिशा में काम कर रही है कि भारत विदेशी हथियारों पर निर्भर न रहे और अपनी जरूरत की आधुनिक रक्षा प्रणाली खुद विकसित करे। इस टरेट सिस्टम का डिज़ाइन, डेवलपमेंट और टेस्टिंग भारत में ही हुआ है, जिससे यह पूरी तरह स्वदेशी बनता है।
2023 में हुए Milipol India रक्षा प्रदर्शनी में Adani ने इस Crosshair-N टरेट को प्रदर्शित किया था, जहाँ इसे विशेषज्ञों और अधिकारियों ने भविष्य की रक्षा जरूरतों के लिहाज़ से बेहद उपयोगी और आवश्यक माना। वहाँ इसके साथ-साथ कई अन्य आधुनिक हथियार प्रणाली जैसे UAVs, surveillance solutions और command systems भी पेश किए गए, जो Adani Defence की तेज़ी से बढ़ती तकनीकी ताकत को दिखाते हैं।
भारत की नौसेना पहले से ही हाई-स्पीड मिसाइल बोट्स, पनडुब्बी रोधी सिस्टम और एयर डिफेंस टेक्नोलॉजी में निवेश कर रही है। Crosshair-N जैसे हल्के लेकिन घातक टरेट्स इन मौजूदा सिस्टम्स को एक और आयाम देते हैं। इसमें कम रिएक्शन टाइम, 360-डिग्री कवरेज और सटीक निशाना लगाने की क्षमता इसे कम दूरी की हवाई या समुद्री सुरक्षा के लिए आदर्श बनाती है।
इस तरह की तकनीक भविष्य के युद्ध की दिशा को भी दर्शाती है। पारंपरिक भारी तोपों और मैन्युअल गन सिस्टम्स की जगह अब ऐसे रिमोट और AI-इंटीग्रेटेड हथियार सामने आ रहे हैं जो सटीकता, स्पीड और सुरक्षा – तीनों के बीच बेहतर संतुलन देते हैं। भारत में इस क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है, और Crosshair-N उसी बदलाव का एक ज्वलंत उदाहरण है।
देश में विकसित की जा रही VSHORADS मिसाइल सिस्टम भी इसी दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसे Ordnance Factory Board और DRDO मिलकर तैयार कर रहे हैं। Adani का यह टरेट सिस्टम उन मिसाइलों को पूरी तरह सपोर्ट करता है, जिससे भारत के अपने सिस्टम्स के बीच बेहतरीन सिंक्रोनाइज़ेशन और cost-efficiency भी मिलती है।
Adani Defence ने इस परियोजना में सुरक्षा, टेक्नोलॉजी और ऑपरेशनल एफिशिएंसी का जो मेल दिखाया है, वह न केवल देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि भारत को रक्षा क्षेत्र में ग्लोबल इनोवेशन मैप पर भी मजबूत स्थान दिलाने की दिशा में एक और कदम है।
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Crosshair-N टरेट क्या है और इसे किसने विकसित किया है?
यह एक स्टेबलाइज्ड, रिमोट-कंट्रोल्ड हथियार प्रणाली है जिसे Adani Defence and Aerospace ने भारत में विकसित किया है।
इस टरेट में कौन-कौन से मिसाइल लगाए जा सकते हैं?
इसमें Igla और भारतीय VSHORADS जैसे 4–8 शोल्डर-फायर्ड मिसाइल लगाए जा सकते हैं।
Crosshair-N को किन जगहों पर लगाया जा सकता है?
यह समुद्री जहाजों, हल्के और भारी वाहनों, स्थायी चौकियों या टावर्स पर भी लगाया जा सकता है।
क्या यह टरेट रात में भी काम करता है?
हाँ, इसमें थर्मल साइटिंग और डे/नाइट विजन सिस्टम लगे हैं जो रात में भी दुश्मन की पहचान और टारगेटिंग में मदद करते हैं।
क्या यह प्रणाली आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा है?
हाँ, Crosshair-N पूरी तरह भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है और यह आत्मनिर्भर भारत पहल का हिस्सा है।