Elon Musk ने छोड़ी सरकारी पोस्ट, लेकिन DOGE 2025 का मिशन रहेगा ज़िंदा

Elon Musk अब अमेरिका की सरकार में स्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लॉई नहीं रहे। ट्रंप प्रशासन के इस बड़े बदलाव की जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई, जहाँ खुद डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें व्हाइट हाउस की “symbolic key” सौंपी।

यह कदम, Elon Musk Trump DOGE 2025 अभियान के एक बड़े मोड़ को दर्शाता है। DOGE यानी Department of Government Efficiency का मकसद था – सरकारी खर्च को कम करना और सिस्टम को तेज़ बनाना।

मज़ेदार बात ये रही कि इस सीरियस मौके पर Musk की आँख पर चोट दिखी। उन्होंने हंसते हुए बताया कि ये उनके बेटे X Æ A-12 ने खेलते वक्त मार दी। जहाँ एक ओर वो हंसी मजाक कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर उनके DOGE मिशन का असर और बहस आज भी जारी है।

जब Musk ने ट्रंप के बजट बिल की आलोचना की थी, तब काफी हंगामा हुआ था। लेकिन यही उनके unconventional अंदाज़ की पहचान भी बन गई थी। उन्होंने सरकारी एजेंसियों को lean & efficient बनाने के लिए कई bold फैसले लिए।

हालाँकि DOGE को लेकर पब्लिक की राय मिली-जुली रही। कुछ लोग सरकारी खर्च कम करने के मिशन को पसंद कर रहे हैं, वहीं कुछ आलोचक कह रहे हैं कि असली savings दिखाई नहीं दी।

अब Musk DOGE के “औपचारिक” पद से हट चुके हैं, लेकिन उनकी सोच और सिस्टम को streamline करने की नीति अभी भी टीम के ज़रिए आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा – “DOGE सिर्फ एक डिपार्टमेंट नहीं, ये अब एक way of life है।”

आगे चलकर Musk advisor की भूमिका निभाएंगे – यानी सरकार में रहेंगे तो सही, लेकिन फुल-टाइम एम्प्लॉई नहीं होंगे। इस तरह उन्हें Mars मिशन, Starship और बाकी tech ventures पर ज़्यादा फोकस करने का मौका मिलेगा।

Elon Musk Trump DOGE 2025 अब सिर्फ एक पोस्टिंग नहीं, बल्कि एक सोच बन चुकी है – कम खर्च, ज़्यादा काम और सिस्टम को efficient बनाना।

ट्रंप के साथ उनका रिश्ता बदला है, लेकिन खत्म नहीं हुआ। शायद अगला chapter और भी दिलचस्प हो!

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Akshay Barman

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