क्या कोई रोबोट इंसानों के सारे काम कर सकता है? क्या आने वाले वक्त में इंसान इन पर भरोसा करेगा? आज हम आपको बताएंगे Figure AI नाम की एक कंपनी के बारे में, जो रोबोट की दुनिया में तहलका मचा रही है।
अमेरिका के आविष्कार अक्सर बाकी देशों से अलग होते हैं। 2022 में बनी American कंपनी “Figure AI” ने एक ऐसा रोबोट पेश किया, जो इंसान की तरह दो पैरों पर चलता है और warehouse जैसे थकाऊ काम बिना रुके कर सकता है। इस रोबोट का नाम है Figure 01 — जिसे “बाइपेडल रोबोट” भी कहते हैं।
Figure AI का मकसद है ऐसे ह्यूमनॉइड रोबोट बनाना जो सिर्फ दिखने में ही नहीं, बल्कि सोचने-समझने और काम करने में भी इंसान की तरह हों। हाल ही में इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें Figure AI का नया मॉडल Helix एक गोदाम में पैकेज उठा रहा था, उन्हें जगह-जगह सही तरीके से रख रहा था — बिना थके, बिना गलती किए।

सबसे बड़ी बात ये है कि Helix सिर्फ काम नहीं कर रहा था, वो सोच भी रहा था। कंपनी ने इसमें VLA (Vision-Language-Action) टेक्नोलॉजी लगाई है, जिससे ये रोबोट चीजों को देख सकता है, इंसानी भाषा समझ सकता है और उसके मुताबिक काम कर सकता है। यानी अब आप इसे बोलकर भी काम बता सकते हैं , बटन दबाने की ज़रूरत नहीं।
Figure AI का सपना है कि ये रोबोट्स एक दिन UPS जैसी बड़ी लॉजिस्टिक्स कंपनियों में काम करें — पैकेज उठाना, पहुंचाना, और सही समय पर डिलीवरी करना। सोचिए जब इंसान को भारी चीजें उठाने या बार-बार एक जैसे काम करने की जरूरत ना हो, तो वो अपनी ऊर्जा बेहतर कामों में लगा सकता है।

लेकिन जैसे हर नई टेक्नोलॉजी के साथ होता है, कुछ सवाल भी उठते हैं। क्या ये रोबोट इंसानों की नौकरियां ले लेंगे? क्या वो हमारे जैसे फैसले कर सकते हैं? क्या उन पर भरोसा किया जा सकता है?
Figure AI का कहना है कि उनका मकसद इंसान की जगह लेना नहीं, बल्कि उसे सपोर्ट करना है। वो काम करना जो इंसानों के लिए थकाऊ या जोखिम भरे हैं।
अगर हम इस टेक्नोलॉजी को सही तरीके से अपनाएं, तो यह हमारे लिए वरदान बन सकती है। लेकिन अगर इसे बिना सोचे समझे अपनाया गया, तो शायद भविष्य में पछताना भी पड़ सकता है।
आज Figure AI सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि इंसान की कल्पना और मेहनत का नतीजा है। एक दिन वो रोबोट, जो आज हमारे साथ काम कर रहे हैं, शायद हमारे दोस्त बन जाएं। वो हमारी भाषा समझें, हमारी भावनाओं को महसूस करें, और हमें अकेला महसूस ना होने दें।
शायद अब एक नया दौर शुरू हो रहा है — जहाँ इंसान के साथ एक ‘फिगर’ भी होगा, जो उसका साथ देगा, उसे समझेगा और उसके लिए काम करेगा।