Google Cloud Summit 2025 इस बार दोहा, क़तर में हुआ और टेक की दुनिया में एक नई हलचल मचा दी। दो साल पहले यहाँ Google ने अपना क्लाउड रीजन लॉन्च किया था और आज हालत ये है कि वहाँ की बड़ी-बड़ी कंपनियाँ, स्कूल, सरकारी दफ्तर – सब Google Cloud पर भरोसा कर रहे हैं। इस समिट ने साफ दिखा दिया कि क़तर अब तेल के लिए नहीं, टेक्नोलॉजी के लिए भी जाना जाएगा।
इस इवेंट में हर चीज़ बड़ी प्लानिंग से हुई। Google के टॉप लेवल के लोग आए, और उन्होंने बताया कि AI, डेटा सिक्योरिटी, और क्लाउड सिस्टम से अब हर सेक्टर कैसे डिजिटल हो रहा है। वहाँ एक से एक demo भी दिखाए गए – जैसे रियल टाइम वेदर प्रेडिक्शन, क्लाउड बेस्ड हेल्थ रिपोर्ट्स, और ऐसा कस्टमर सपोर्ट जो पूरी तरह AI से चलता है। लोगों ने ये सब देख के कहा – “भाई, अब तो क़तर गेम बदलने वाला है!”
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अब बात इंडिया की करें तो हमारे यहाँ आज भी कई सरकारी ऑफिस पुराने सिस्टम पर अटके हैं। लेकिन Google Cloud Summit 2025 ने ये दिखा दिया कि अगर पॉलिसी और टेक एक साथ चलें, तो कुछ भी मुमकिन है। क़तर ने सिर्फ दो साल में जो डिजिटल उछाल मारा है, वो काबिल-ए-तारीफ है।
लोगों का ध्यान इस बात पर भी गया कि Google सिर्फ अमेरिका या यूरोप तक सीमित नहीं है, अब वो मिडिल ईस्ट जैसे इलाकों में भी भारी इन्वेस्ट कर रहा है। इससे ये साफ है कि आने वाले टाइम में दुनिया भर में टेक्नोलॉजी और क्लाउड सर्विसेस का रोल बहुत ज्यादा बढ़ने वाला है। ये समिट सिर्फ क़तर के लिए नहीं, बल्कि पूरी टेक इंडस्ट्री के लिए एक संकेत था – कि अब Cloud टेक्नोलॉजी हर कोने में पहुँच रही है।
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इस समिट में एक पॉइंट बार-बार दोहराया गया कि अब देश को डिजिटल बनाने के लिए सिर्फ मोबाइल या इंटरनेट देना काफी नहीं, उसके पीछे एक स्मार्ट क्लाउड सिस्टम होना चाहिए। और Google Cloud इस गेप को भरने के लिए तैयार है।
एक बात जिसने लोगों का दिल छू लिया, वो था क़तर में लोकल टैलेंट को मौका देना। Google वहाँ के स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स को ट्रेन कर रहा है, ताकि टेक्नोलॉजी सिर्फ बाहर से ना आए, बल्कि देश के अंदर से भी आगे बढ़े। ये चीज़ इंडिया जैसी बड़ी कंट्री के लिए भी एक मोटिवेशन है।
आखिर में बात ये है कि Google Cloud Summit 2025 सिर्फ एक इवेंट नहीं था, ये एक संदेश था – कि आने वाला टाइम क्लाउड का है, और जो देश जल्दी समझ गया, वही आगे निकलेगा। अब देखना ये है कि इंडिया कब अपना अगला डिजिटल कदम Google जैसे पार्टनर के साथ मिलकर उठाता है।