Google Jules: अब कोडिंग भी करेगा AI, खुद से बनाएगा फीचर्स और भेजेगा GitHub PR

Google ने 19 मई 2025 को “Jules” नामक एक क्रांतिकारी AI कोडिंग एजेंट को पब्लिक बीटा में लॉन्च किया है। यह टूल अब तक के AI प्रोटोटाइप से एक कदम आगे बढ़कर वास्तविक सॉफ़्टवेयर डेवेलपमेंट टूल के रूप में सामने आया है।

Jules को Gemini 2.5 Pro की शक्ति से लैस किया गया है, जिससे यह जटिल प्रोजेक्ट्स में मल्टी-फाइल एडिटिंग, बग फिक्सिंग और फीचर डेवेलपमेंट जैसे काम कर सकता है — वो भी पूरी सटीकता के साथ।

क्या करता है Jules?

Google के ब्लॉग और Brendan Jowett की X थ्रेड के अनुसार, Jules एक autonomous AI agent है जो:

  • पूरे कोडबेस को पढ़ सकता है
  • पुराने कोड को समझकर बग्स फिक्स करता है
  • नई फीचर्स खुद से बना सकता है
  • टेस्ट कोड लिख सकता है
  • Dependencies अपग्रेड कर सकता है

और यह सब GitHub पर PR के रूप में खुद सबमिट कर सकता है

कैसे काम करता है Jules?

Jules एक asynchronous cloud environment में चलता है। इसका मतलब है कि यह बैकग्राउंड में काम करता है और आपकी टीम को किसी चीज़ का इंतजार नहीं करना पड़ता।

जब आप कोई टास्क असाइन करते हैं, तो यह:

  1. कोडबेस को पढ़ता है
  2. जरूरी बदलाव करता है
  3. GitHub पर एक नई ब्रांच बनाता है
  4. Pull Request के साथ विस्तृत commit message और explanation जोड़ता है

यह सब सुनने में जितना आसान लगता है, असलियत में यह डिवेलपर की कई घंटों की मेहनत बचा देता है।

Chat से आगे: अब Task Delegate कीजिए

AI के साथ पहले हम बात करते थे (Chat-based interaction), लेकिन अब ट्रेंड बदल रहा है — अब हम AI को डायरेक्ट टास्क सौंप सकते हैं। यही Jules का असली गेमचेंजर पहलू है।

सोचिए, अब कोई डिवेलपर Jules से कह सकता है:

“इस प्रोजेक्ट में लॉगिन फीचर जोड़ दो और पुराने कोड में null pointer exceptions ठीक कर दो”

और Jules ये काम कर देगा — बिलकुल इंसान की तरह।

सिक्योरिटी और कंट्रोल

Jules को एक सिक्योर क्लाउड इनफ्रास्ट्रक्चर पर बनाया गया है। यह किसी भी कोड को बिना परमिशन के पब्लिश नहीं करता। सभी Pull Requests पहले रिव्यू के लिए जाते हैं, जिससे आपके कोडबेस की सुरक्षा बनी रहती है।

भविष्य की झलक: क्या कोडिंग पूरी तरह AI कर देगा?

Jules सिर्फ एक शुरुआत है। इससे पहले GitHub Copilot और Replit AI जैसे टूल्स आ चुके हैं, लेकिन Jules का फर्क यह है कि यह एक असिस्टेंट नहीं, बल्कि ऑटोमैटिक वर्कर है।

भविष्य में:

कोडिंग टीम का साइज छोटा हो सकता है
डेवलपमेंट स्पीड बहुत बढ़ सकती है
एंटरप्राइज कंपनियाँ AI एजेंट्स को हायर कर सकती हैं

निष्कर्ष

Google Jules का आना AI और सॉफ़्टवेयर डेवेलपमेंट की दुनिया में एक बड़ा मोड़ है। अब AI न सिर्फ सुझाव देगा, बल्कि खुद से कोड करेगा, टेस्ट करेगा और GitHub पर भेज भी देगा।

यह बदलाव सिर्फ Google या डेवलपर्स के लिए नहीं, बल्कि पूरी टेक इंडस्ट्री के लिए एक नई क्रांति का संकेत है।

Akshay Barman

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