हेलीकॉप्टर क्रैश: एक के बाद एक हादसे, क्यों बढ़ रही हैं दुर्घटनाएं?

2025 में हेलीकॉप्टर हादसों की संख्या बढ़ी है, जिससे दुनियाभर में एयर यात्रा की सुरक्षा पर नई चिंताएं उभरी हैं। मिसाल के तौर पर, अप्रैल में न्यूयॉर्क के हडसन नदी में एक टूरिस्ट हेलीकॉप्टर क्रैश में छह लोगों की मौत हुई—जहां मिड-एयर में रोटर टूटने का शक जताया गया । इसी साल जनवरी में वाशिंगटन डीसी में एक सेना हेलीकॉप्टर और रिजनल जेट की टक्कर हुई, जिसमें 67 लोग मारे गए ।

इसी तरह, भारत के उत्तराखंड में 15 जून 2025 को केदारनाथ के पास एक पवित्र यात्रा वाले हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से 7 लोगों की मौत हुई । यह हादसा खराब मौसम और ऊँचाई वाले इलाके में उड़ान की वजह से हुआ माना जा रहा है। पिछले छह हफ्तों में यह पांचवां हेलीकॉप्टर दुर्घटना था, जिससे राज्य सरकार ने सुरक्षा जांच तेज़ कर दी है ।

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अमेरिका के FAA का डेटा बताता है कि हेलीकॉप्टर क्रैश की वजहें आमतौर पर पायलट भूल (68%), तकनीकी खराबी (20%) और मौसम (8%) रही हैं । विशेषकर मिड-एयर मिसाइल, टूरिस्ट फ्लाइट्स और हायर अरेंजमेंट्स में समस्याएं देखने को मिली हैं । उदाहरण के तौर पर न्यू यॉर्क क्रैश में रोटर कंपोनेन्ट टूट गया और हडसन नदी में गिरा, जिससे क्रू मेंबर सहित सभी 6 की मौत हुई ।

विंटर 2024 में पाल्म स्प्रिंग्स नज़दीक कैलिफ़ोर्निया में Eurocopter EC130 क्रैश हुआ, जिसमें छह की जान गई—जहां भी खराब मौसम मुख्य वजह था, अतिरिक्त तकनीकी और इंसानी कारक भी सामने आए । रूस के कामचटका में Mi-8 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में खराब मौसम और पायलट की तैयारी कमज़ोर पाए गए ।

इन घटनाओं से साफ़ होता है कि हेलीकॉप्टर उड़ाने में जोखिम ज़्यादा है—चाहे वह टेक्नीकली क्यों न संतोषजनक हो। FAA ने स्पष्ट किया है कि जेट विमानों की तुलना में हेलीकॉप्टर क्रैश अधिक आम हैं, क्योंकि ये कम ऊंचाई पर, ऊबड़-खाबड़ इलाके में उड़ते हैं और एक पायलट इसे अकेले ही उड़ाता है ।

भारत में भी DGCA ने उत्तराखंड हादसे के बाद एयरलाइंस पर कड़ी चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि केवल अनुभवी पायलटों को हाई-एटीट्यूड उड़ानों की अनुमति मिलेगी और वायु गुणवत्ता तथा मौसम संबंधी SOP में सुधार हुआ है । वहीं, अमेरिकी NTSB ने वाशिंगटन हादसे के बाद रोटन नेशनल एयरपोर्ट के आसपास कुछ हेलीकॉप्टर फ्लाइट्स पर रोक लगाने की सिफारिश की, जिससे ऐसे मिक्स-ट्रैफ़िक एयरज़ोन से खतरे बढ़ सकते हैं ।

दुनियाभर में हेलीकॉप्टर इंजेनियर्स, पायलट और अधिकारी मिलकर हेलीकॉप्टर सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। International Helicopter Safety Team ने 7 प्राथमिक क्षेत्रों—जैसे Safety Management Systems, Pilot Training, Flight Data Monitoring आदि—में सुधार की वकालत की है । FAA रोल आउट कर रहा है ड्रोन और हेलीकॉप्टर ट्रैफ़िक अलग करने की नई तकनीक ताकि टकराव की घटनाओं को रोका जा सके ।

इन सबके बीच यह प्रश्न उठता है: क्या हेलीकॉप्टर यात्रा सुरक्षित है? स्टैटिस्टिक्स की भाषा में, यह विमान की तुलना में ज़्यादा जोखिम भरी होती है। लेकिन उचित SOP, पायलट ट्रेनिंग, और तकनीकी मॉनिटरिंग से दुर्घटनाओं की दर घटाई जा सकती है ।

अगर आप हेलीकॉप्टर यात्रा करने वाले हैं, तो सुनिश्चित करें कि कंपनी लाइसेंस प्राप्त हो, मौसम की रिपोर्ट ठीक हो, और पायलट की फ्लाइट अनुभव-रिकॉर्ड सही हो। क्योंकि हर यात्रा के बीच, आपकी जीवन रक्षा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।

Akshay Barman

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