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X यूज़र @spacesudoer द्वारा शेयर की गई इंफोग्राफिक ने SpaceX के सबसे महत्त्वपूर्ण मिशनों में से एक — Starship Flight 9 की गहराई से जानकारी दी है। इसमें दो प्रमुख हिस्से शामिल हैं –
Starship S35: 50 मीटर ऊँचाई, 1500 टन ड्राई मास, 6 रैप्टर इंजन (3 वाक्युम और 3 सामान्य)।
Booster B14-2: 33 रैप्टर इंजन, जिनमें से 29 पहले इस्तेमाल हो चुके हैं — यह इसका तीसरा उड़ान है।
रीयूज़ेबल बूस्टर: SpaceX की तकनीकी जीत
Booster B14-2 खास इसलिए है क्योंकि इसे पहले Flight Test 7 (16 जनवरी 2025) में सफलतापूर्वक पकड़ा गया था। यह SpaceX की रीयूज़ेबिलिटी (दोबारा इस्तेमाल) पर आधारित रणनीति का प्रमाण है, जिससे अंतरिक्ष यात्रा के खर्च को काफी कम किया जा सकता है।
रैप्टर इंजन: ताकत और तकनीक का संगम
Starship में इस्तेमाल होने वाले Raptor इंजन, Falcon 9 के Merlin इंजन की तुलना में दोगुना thrust प्रदान करते हैं। यह इंजन Methane (CH4) और Liquid Oxygen (LOX) पर चलते हैं, जिससे –
ईंधन ज्यादा असरदार होता है
इंजन को बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है
लंबी दूरी की यात्राओं (जैसे मंगल मिशन) के लिए उपयुक्त बनता है
कैसा है Starship का डिज़ाइन?
इंफोग्राफिक में दिखाया गया है कि –
तत्व | जानकारी |
Starship S35 की ऊँचाई | 50 मीटर |
ड्राई मास | 1500 टन |
इंजन | 6 Raptor (3 Vacuum, 3 Sea-level) |
कंट्रोल सिस्टम | Flap-based Reentry |
पेलोड क्षमता | कई टन उपकरण और 100 यात्री तक |
Flap-Based Reentry: पंख नहीं, स्मार्ट कंट्रोल
Starship के डिज़ाइन में पारंपरिक रॉकेट्स की तरह विंग्स नहीं होते, बल्कि यह-
- फ्लैप्स के ज़रिए वायुमंडल में एंट्री को कंट्रोल करता है
- कम ईंधन में लैंडिंग संभव बनाता है
- ऐसे स्थानों पर उतर सकता है जहाँ रनवे न हो (जैसे चाँद या मंगल)
यह फीचर SpaceX के NASA Artemis Program के लिए बेहद जरूरी है, जिसकी शुरुआत 2027 से चंद्र मिशनों के रूप में होगी।
मंगल मिशन: 100 लोगों को ले जाने की तैयारी
Elon Musk पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि Starship –
- हर 26 महीने पर आने वाली मंगल की सही स्थिति में
- सिर्फ 6 महीने में मंगल तक पहुँच सकता है
- 100 यात्रियों को एक साथ ले जाने की क्षमता रखता है
SpaceX का लक्ष्य है कि 2026 में पहला अनक्रू मिशन और 2029 तक क्रू मिशन मंगल के लिए भेजा जाए।
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