दुबई Marina इलाके की 67-मंजिला ‘Tiger Tower’ (Marina Pinnacle) में 13 जून 2025 की शाम को लगी आग ने एक बार फिर पूरे शहर में डर और प्रश्र उठाए हैं। शाम करीब 9:30 बजे हुई इस भयंकर घटना में हजारों निवासी सुरक्षित निकाले गए, लेकिन ऊंची इमारतों में लगातार होती ऐसी घटनाएँ दुबई की अग्नि सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े करती रहती हैं।
प्राधिकरणों और दमकल दलों ने लगभग छह घंटे संघर्ष के बाद इस आग पर नियंत्रण हासिल किया। सुबह होने तक मलबे से धुआं उठता दिखा, जिससे पता चलता है कि आग कितनी तेज़ थी। 67-मंजिला और 764 फ्लैट्स वाले इस भवन में कुल 3,820 लोग सुरक्षित बाहर निकाले गए, जिनमें कोई हताहत नहीं हुआ यह राहत भरी खबर थी। स्थानीय ट्राम सेवा को भी लम्बे समय तक रोकना पड़ा ताकि दमकल दल आसानी से कार्य कर सकें।
वीडियो फुटेज में स्पष्ट देखा जा सकता है कि ऊपरी मंजिलों में लगी आग ने इमारत की बाहरी दीवारों तक को अपनी चपेट में ले लिया। Civil Defence टीम ने बताया कि आग मध्यरात्रि तक लगभग काबू पा ली गई और सुबह भर राहत कार्य जारी रहा। घबराए हुए निवासी बालकनियों से बाहर भागते दिखे और कुछ ने अपने पालतू जानवरों को भी आग से बचाया – एक मनोरंजक दृश्य भी सोशल पर वायरल हुआ, जिसमें दमकलकर्मी कुत्तों को बचाती हुई दिख रही थी।
यह पहला मौका नहीं है जब Marina Pinnacle में आग लगी हो – 2015 में यहां की बालकनी या किचन से फैलकर आग लगी थी, लेकिन उस वक्त बड़ा नुकसान नहीं हुआ था। साथ ही आस-पास की अन्य ऊंची इमारतों को भी आग लगने का इतिहास रहा है, जिनमें Marina Torch का भी नाम शामिल है, जिससे यह परिसर अग्नि-प्रवण माना जाने लगा है।
जागरूक लोगों की चिंता यह है कि दुबई के स्काईलाइन में तेज़ क्लैडिंग (अल्यूमिनियम कंपोजिट मैटीरियल) का प्रयोग हो रहा है, जिससे आग तेज़ी से फैलती है – जैसे 2023 में अल-रास और 2020 में Duja Tower में हुई आग में देखा गया। इन घटनाओं ने आग रोकने के उपायों और मानकों में संशोधनों की पुकार लगाई है।
स्थानीय प्रशासन ने आग के दौरान बहादुरी से काम किया, लेकिन वीडियो में दिख रहा है कि कुछ निवासियों को अलार्म बजने पर भी पता नहीं चला जब तक अन्य निवासी या सुरक्षा कर्मियों ने दरवाजे खटखटाए। इससे यह सवाल उठते हैं कि क्या अलार्म सिस्टम सही से काम कर रहा था, और क्या सर्विलांस पर्याप्त था।
दुबई सरकार और Civil Defence अब उच्च-स्तरीय समीक्षा कर रहे हैं कि क्यों इतनी ऊँची इमारतों में आग फैलने पर भी इतनी जल्दी खतरनाक स्थिति बनी – और क्या सुरक्षा उपायों, अलार्म सिस्टम और अग्निशमन तकनीकों में सुधार की ज़रूरत है। साथ ही अधिकारियों ने निवासियों के लिए अस्थायी आवास और मानसिक समर्थन की व्यवस्था की।
यह आग इस बात का संकेत है कि जैसे-जैसे दुनिया केे शहर ऊँची और जटिल संरचनाओं से भरे जा रहे हैं, अग्नि सुरक्षा पर बनाये गए मानकों को और कड़ा करने की आवश्यकता है। दुबई जैसे शहरों में जहाँ गर्म मौसम और तेज़ हवाओं की संभावना अधिक होती है, वहां आग फैलने की घटना और भयावह हो जाती है। इसी कारण, अग्नि सुरक्षा सामग्री, क्लैडिंग के प्रकार और निगरानी तंत्र (सेंसर्स, CCTV, स्मार्ट अलार्म) में सुधार अनिवार्य हो गया है।
अब समय यह है कि दुबई प्रशासन सुरक्षा उपायों के साथ सार्वजनिक प्रशिक्षण, आग जागरूकता अभियान, और दमकल पहुंचने की गति (response time) पर और ध्यान दे। अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि खबरों और सोशल मीडिया पर जो आलोचनाएँ उठ रही हैं, जैसे “मेड इन दुबई” स्काई-लाइन में सुरक्षा की दृढ़ता – उन्हें दूर किया जाए।
Marina Pinnacle अग्नि हादसा सिर्फ आग का एक चौकाने वाला प्रसंग नहीं है – यह संकेत है कि शहर की सुरक्षा नीति और मानव जीवन रक्षा के तरीकों में बहुत बड़े सुधार की जरूरत है। इन घटनाओं से हम सीख लेकर ही भविष्य की तैयारियों को बेहतर बना सकते हैं और अग्नि सुरक्षा संस्कृति को गहराई से आत्मसात कर सकते हैं।
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