अब Aadhaar अपडेट करना और पहचान साझा करना पहले से और भी आसान और सुरक्षित हो गया है। UIDAI (Unique Identification Authority of India) ने हाल ही में कई नए परिवर्तनों की घोषणा की है जो लाखों उपयोगकर्ताओं के लिए बेहद सहूलियत भरे हैं।
UIDAI ने Aadhaar अपडेट के फ्री ऑनलाइन दस्तावेज़ सेवा की समय सीमा एक साल आगे बढ़ाकर 14 जून 2026 कर दी है। अब आप MyAadhaar पोर्टल के जरिए बिना किसी शुल्क के दस्तावेज़ सबमिट करके पता, मोबाइल नंबर, नाम जैसी जानकारी अपडेट कर सकते हैं। इस फैसले का मकसद यह है कि Aadhaar डेटाबेस हमेशा सटीक और अपडेटेड रहे, ताकि सरकारी सेवाएं सुचारू रूप से मिल सकें।
इसके अलावा UIDAI एक नए मोबाइल ऐप पर काम कर रहा है, जिसमें Aadhaar की पहचान QR कोड के माध्यम से सुरक्षित रूप में साझा की जा सकेगी। इस ऐप में आप अपना पूरा या masked (अंशतः छुपा हुआ) Aadhaar QR कोड जनरेट कर सकते हैं—जिससे आपको फ़ोटोकॉपी या दस्तावेज़ देने की ज़रूरत नहीं। यह सुविधा नवंबर 2025 से शुरू होगी और इससे पहचान सत्यापन में पारदर्शिता और गति बढ़ेगी।
इस ऐप की एक और खास फीचर है कि आप घर बैठे अपने आधार कार्ड में मोबाइल नंबर, पता, जन्मतिथि और नाम जैसे विवरण बदल सकते हैं – बशर्ते बायोमेट्रिक्स यानी फिंगरप्रिंट या आइरिस स्कैन के लिए आपको Enrollment Centre जाना पड़ेगा। UIDAI के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य दस्तावेज़ों की आवश्यकता कम करना, फर्जी दस्तावेजों की समस्या को रोकना और प्रक्रिया को तेज बनाना है।
Aadhaar की सुरक्षा को लेकर UIDAI ने बार-बार कहा है कि डेटा को केंद्रीय डेटाबेस CIDR में सुरक्षित रखा गया है और कोई बड़ा डेटा लीक अब तक सामने नहीं आया । हालांकि, कुछ तीसरी पार्टी वेबसाइटों पर डेटा लीक या फर्जी दस्तावेज़ जमा करने की घटनाएं बनी रहती हैं। इसलिए समय-समय पर यूआईडीएआई ने संबंधित संस्थाओं को चेतावनी दी और सुरक्षा उपाय और भी कड़े किए हैं।
Privacy की मानदंडों को लेकर भी UIDAI एक्ट में कई क़ानूनी प्रावधान हैं। Aadhaar Act 2016 में स्पष्ट है कि उपयोगकर्ताओं की पहचान जानकारी को अनधिकृत रूप से साझा करना गैरकानूनी है, जिसके उल्लंघन पर जेल व भारी जुर्माना का प्रावधान है।
व्यावसायिक उपयोग में Aadhaar को लेकर भी बदलाव हो रहे हैं। अब IRCTC में Tatkal टिकट केवल Aadhaar-Verified यूज़र्स ही बुक कर पाएंगे, जो जुलाई 2025 से लागू होगा । साथ ही सरकार ने निजी कंपनियों को भी Aadhaar उपयोग की अनुमति दी है – जैसे बैंक, ई-कॉमर्स और हेल्थकेयर, लेकिन इसे भी सख्त नियमों के तहत किया जा रहा है।
हालांकि, डेटा सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बीओओगड़े स्त्रोतों से Aadhaar-biometrics का दुरुपयोग हो सकता है, जिससे पहचान चोरी और निजी जानकारी लीक होने का जोखिम बढ़ता है। इसलिए UIDAI डेटा उपयोग और पहुंच पर निगरानी रखता है।
उपयोगकर्ताओं को सलाह है कि वे :
- MyAadhaar पोर्टल का नियमित उपयोग करें और नौकरी, वोटर कार्ड, पासपोर्ट जैसे सरकारी दस्तावेज़ों के अनुसार जानकारी अपडेट रखें।
- QR कोड शेयर करते समय full या masked वर्शन चुनें।
- नियमित रूप से Authentication History देखें और किसी भी अज्ञात गतिविधि पर तुरंत शिकायत करें।
- Aadhaar संख्या को सोशल मीडिया या सार्वजनिक जगह पर साझा न करें।
UIDAI द्वारा किए गए ये बदलाव सिर्फ सुविधाजनक नहीं, बल्कि डिजिटल पहचान की दुनिया में अगला बड़ा कदम है। अब हर भारतीय घर बैठे ही अपने Aadhaar को पूरी तरह से अपडेट कर सकता है, पहचान साझा कर सकता है और सुरक्षित डिजिटल दुनिया का हिस्सा बन सकता है।